रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में पौराणिक गुफाओं से छेड़छाड़ को लेकर तीर्थ पुरोहित समाज का धरने पर बैठ गए हैं जबकि एक साधु ने केदारनाथ में निर्माणाधीन गुफा को ध्वस्त कर दिया है, विश्व प्रसिद्ध 11 ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ के धाम में जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक रात यहां की एक गुफा में योग ध्यान किया था तब से लेकर केदारनाथ धाम की तमाम गुफाओं का पुनर्निर्माण और जीर्णोद्धार किया जा रहा है, हालांकि तीर्थ पुरोहित समाज लगातार इसका विरोध करते आ रहे हैं। तीर्थ पुरोहित समाज का कहना है की पौराणिक गुफाओं से छेड़छाड़ करना कहीं ना कहीं यहां की धार्मिक संस्कृति से बड़ा खिलवाड़ है और साधु-संतों की गुफाओं को उजाड़ने का काम किया जा रहा है जो यहां पर वर्षों से योग ध्यान करते आ रहे हैं। गरुड़ चट्टी जाने वाले मार्ग पर पुनर निर्माणाधीन पौराणिक गुफा को एक साधु ने ध्वस्त कर दिया।
बताया जा रहा है इस गुफा का निर्माण हाल ही में आरंभ हुआ था । आरोप है की गुफा का निर्माण कर रही कंपनी ने गुफा की जगह पर पूरे एक कमरे का निर्माण कर दिया था जिससे पौराणिक गुफा का अस्तित्व ही खत्म हो गया था ऐसे में साधु ने अब इस आधुनिक गुफा का निर्माण कार्य ध्वस्त कर दिया है। तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष विनोद शुक्ला का कहना है कि लगातार सरकारें यहां की पौराणिक गुफाओं से छेड़छाड़ कर रही है जिससे उनका मूल स्वरूप पूरी तरह से खत्म हो रहा है साथ ही साधू सन्यासियों को भी योग ध्यान करने वाली जगहों का अतिक्रमण किया जा रहा है। ऐसे में केदारनाथ धाम में दर्जनों तीर्थ पुरोहित आज मंदिर प्रांगण में पहाड़ी गुफाओं के छेड़छाड़ करने के विरोध के साथ ही देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ भी धरने पर बैठ गए हैं।