*गुप्ता जी की कारगुज़ारी और उत्तराखंड पुलिस*
*गुप्ता जी की कारगुज़ारी और उत्तराखंड पुलिस
किसी ने ठीक ही कहा है….”जब भी किसी “स्वघोषित” बड़े आदमी पर “पुलिस के रूप में शनि की दशा” आती है तो वो बचने के लिए अपना हर दांव आजमाता है…
यह बात उत्तराखंड में हाल में हुई एक आत्महत्या और उसके बाद हुई पुलिसिया कार्यवाही के परिपेक्ष में ठीक प्रतीत होती है।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों बिल्डर सत्येंद्र सिंह साहनी ने आत्महत्या कर ली और अपने सुसाइड नोट में गुप्ता बंधुओं में से एक अजय गुप्ता और उनके बहनोई अनिल गुप्ता द्वारा की गई प्रताड़ना को इसका कारण बताया।
पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही में अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता को हिरासत में ले लिया गया और आज जब उनकी जमानत कोर्ट द्वारा रिजेक्ट कर दी गई तो “स्वनामधन्य” गुप्ता बंधु इतने अधिक परेशान हो गए कि सूत्रों की मानें तो उन्होंने उत्तराखंड पुलिस पर ही पक्षपात पूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगा दिया और केस को CBI को देने की गुहार करने लगे…..
अब देखना ये है कि गुप्ता बंधुओं की इस मांग का पुलिस और प्रशासन क्या जवाब देता है!!
कांग्रेस राज में वाई तो भाजपा राज में जेड श्रेणी की सुरक्षा।।
कांग्रेस में वाई तो भाजपा सरकार में थी जेड श्रेणी की सुरक्षा, अब हाथ पकड़कर ले गई पुलिसनामी बिल्डर सतेंद्र साहनी के आत्महत्या मामले के बाद पुलिस ने एनआरआई गुप्ता बंधुओं के अजय गुप्ता और उसके बहनोई अनिल गुप्ता को गिरफ्तार किया है।उत्तराखंड में कभी गुप्ता बंधुओं का बड़ा रसूख था।
उन्हें राज्य सरकार की ओर से जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। तत्कालीन कांग्रेस सरकार में गुप्ता बंधुओं को वाई तो फिर भाजपा सरकार में जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली थी। राज्य में सरकार भले किसी की दल की बने, लेकिन सत्ता में उनका रसूख था। सुरक्षा का खर्च खुद गुप्ता बंधु ही उठाते थे। समय का चक्र घूमा तो स्थितियां भी बदल गईं। जो पुलिस साये की तरह गुप्ता बंधुओं के साथ चलती थी वहीं पुलिस अजय गुप्ता और उनके बहनोई अनिल गुप्ता का हाथ पकड़कर कोर्ट में लेकर पहुंचीनामी बिल्डर सतेंद्र साहनी के आत्महत्या मामले के बाद पुलिस ने एनआरआई गुप्ता बंधुओं के अजय गुप्ता और उसके बहनोई अनिल गुप्ता को गिरफ्तार किया है।
चर्चित उद्योगपति और दक्षिण अफ्रीका की सियासत में कभी भूचाल लाने वाले गुप्ता बंधु हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। इनके कारण दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा को इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद से ही गुप्ता बंधु हमेशा सुर्खियों में रहने लगे।गुप्ता बंधुओं में अजय गुप्ता का देहरादून से खासा नाता रहा है।
2017 में उत्तराखंड सरकार ने इन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी थी। उस समय जब गुप्ता बंधु देहरादून आते थे तो उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जाती थी। इससे पहले की कांग्रेस सरकार में वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली थी। लेकिन वही पुलिस शनिवार को कड़ी सुरक्षा में रहने वाले गुप्ता बंधुओं में अजय गुप्ता को आरोपी बनाकर हाथ पकड़कर कोर्ट लेकर पहुंची।