Friday, July 5, 2024
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हाथरस ! श्रद्धालुओं के लाशों के ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही की हार्ट अटैक से मौत।

 

हाथरस सत्संग में भगदड़ के बाद 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. यूपी में हुए इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरा देश में कोहराम मचा हुआ है. ड्यूटी पर तैनात एक सिपाही लाशों का ढेर लगा देखकर सदमे में आ गया और उसे दिल का दौरा पड़ा.

जिससे उसकी मौत हो गया. मृतक सिपाही एटा के क्यीआरटी अवागढ़ में तैनात था. भगदड़ वाले हादसे के बाद सिपाही की ड्यूटी उसी जगह पर लगी थी, जहां पर शव रखे गए थे.

लाशों के ढेर देख घबरा गया था सिपाही

सिपाही रवि यादव मुकरूप से अलीगढ़ का रहने वाला था. भगदड़ के बाद जब शवों को मेडिकल कॉलेज लाया गया तो उसकी ड्यूटी वहां लगाई गई थी. इतनी लाशों को देखने का सदमा सिपाही की मौत का सबब बन गया. शवों को देखकर सिपाही की हालात खराब हो गई और उसे इलाज के लिए ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान ही सिपाही की मौत हो गई. जिस जगह शव रखे गए थे, वहां रोते बिलखते परिवार वालों का बुरा हाल था.

खौफनाक मंजर देख सिहर गया हर कोई

इसी जगह पर कुछ लोग सत्संग में बिछड़े अपने परिवार के बाकी लोगों की तलाश में यहां पहुंचे थे. भगदड़ के बाद घटनास्थल पर जो खौफनाक मंजर था, उसे देख कोई भी सिहर जाएगा. घटनास्थल और सरकारी अस्पताल के अंदर बड़ा ही मार्मिक मंजर देखने को मिला. इस भगदड़ में जिन लोगों की जाने गई, उनके परिवारों को रो-रो कर बुरा हाल हो चुका है. जिन लोगों ने शवों के ढेर लगे देखे, उनकी भी आंखें भर भाई.

 

अस्पताल की अव्यवस्था पर आक्रोशित लोग

सत्संग में हिस्सा लेने वाले लोगों ने अस्पताल की अव्यवस्था पर भी आक्रोश जताया है. लोगों का कहना है कि अस्पताल परिसर में लाशों का ढेर पड़ा हुआ है, लेकिन एक भी डॉक्टर किसी का भी उपचार करने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं. लोगों ने कहा कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही की वजह से यह सब कुछ हआ. कल रात से ही रोड पर जाम लगा हुआ था. पुलिस ने वो जाम खुलवा दिया, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ. लोगों ने कहा कि अस्पताल में लाशों का ढेर लग चुका है, लेकिन अस्पताल में एक ही डॉक्टर है.।

उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के रतीभानपुर पुलराई गांव में सत्संग त्रासदी के 24 घंटे बाद मरघट जैसा सन्नाटा है। भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 122 लोगों की जान गई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सुबह 11 बजे रतीभानपुर पुलराई गांव का दौरा करेंगे। यहां से वह आगरा रवाना होंगे। गांव में सत्संग स्थल पर फॉरेंसिक यूनिट और डॉग स्क्वायड मौजूद है। इस त्रासदी से हर कोई गमजदा है। देश शोकाकुल है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल ही शोक जता चुके हैं।

इस त्रासदी पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत मुख्य सेवादार कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। अधिकारियों ने मृतकों की संख्या 116 बताई है, जिनमें 108 महिलाएं, सात बच्चे और एक पुरुष है। भोले बाबा को दबोचने के लिए पुलिस हाथ-पांव मार रही है। वह भूमिगत है। उसका मोबाइल नंबर स्विच ऑफ है।

हाथरस के सीएमओ मंजीत सिंह ने कहा है, यहां पर 10 मरीज भर्ती हैं और सभी की हालत स्थिर है। यहां 38 शव आए थे। इनमें से चार को आगरा भेजा गया। बाकी 34 में से 30 शवों का पोस्टमॉर्टम कर भेज दिया गया है। दो को अभी भेजा जाएगा और दो अज्ञात हैं। सीएमओ आगरा डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा है, 21 शवों में से 17 की पहचान हो चुकी है और चार अभी भी अज्ञात हैं। 10 से अधिक पोस्टमार्टम हो चुके हैं। एक मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हुआ था और वह अब खतरे से बाहर है। भोले बाबा का आगरा में सत्संग प्रस्तावित था। उस पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने रात को गांव पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर घटनास्थल पर पहुंचे तीन मंत्रियों असीम अरुण, संदीप सिंह और लक्ष्मी नारायण चौधरी ने रात को यहां निरीक्षण किया। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचेंगे।

हाथरस जिला प्रशासन ने आम लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 05722227041 और 05722227042 जारी किए हैं। भोले बाबा उर्फ साकार विश्व हरी का असल नाम सूरज पाल है। वह उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल रह चुका है। साथ ही इटावा में लगभग 28 वर्ष पहले एलआईयू (लोकल इंटेलिजेंस यूनिट) में तैनात रह चुका है। वर्तमान में उसके पास बाबा राम रहीम जैसी खुद की सिक्योरिटी टीम है।

इस त्रासदी पर जर्मनी, फ्रांस और चीन समेत कई देशों के राजदूतों ने शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। विदेशमंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह इस दुखद घटना से बहुत व्यथित हैं। उन्होंने कहा है कि भगदड़ की इस घटना से वह व्यथित हैं। शोक जताने वाले राजनायिकों में भारत में जर्मनी के राजदूत फिलिप एकरमैन, चीनी राजदूत शू फेइहोंग, भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ और इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन शामिल हैं।

 

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