“किताब कौतिक” का 10 वाँ अनूठे मेले का टिहरी में 20 और 21 को होगा आयोजन।
देहरादून/टिहरी (u s kukreti) पहला किताब कौतिक दिसंबर 2022 को टनकपुर में आयोजित किया गया था। उसके बाद बैजनाथ, चंपावत, पिथौरागढ़, द्वाराहाट, भीमताल, नानकमत्ता, हल्द्वानी, रानीखेत के बाद गढ़वाल मंडल में पहली बार टिहरी में किताब कौतिक के रूप में किताबों का यह अनूठा मेला लगने जा रहा है।
साहित्य, शिक्षा, पर्यटन और संस्कृति का उत्सव “किताब कौतिक” 9 सफल पड़ावों के बाद अपने दसवें चरण में टिहरी पहुंच रहा है। 20 और 21 जुलाई 2024 को “आओ, दोस्ती करें क़िताबों से” के विचार के साथ 60 प्रकाशकों की करीब 70 हजार पुस्तकें साहित्य प्रेमियों के अवलोकन और खरीद के लिए उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा साहित्यिक विमर्श, कवि सम्मेलन, नेचर वॉक, पुस्तक विमोचन और सांस्कृतिक संध्या सहित कई रोचक कार्यक्रम होंगे। क्रिएटिव उत्तराखंड और भारत ज्ञान विज्ञान समिति द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन नगरपालिका सभागार में होगा। जिसमें देश के करीब साठ पुस्तक प्रकाशकों के स्टाल्स लगेंगे। साहित्यिक परिचर्चा, प्रसिद्ध लेखकों से सीधी बात, स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, बच्चों के लिए विज्ञान कोना, नेचर वाक, आमंत्रित कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक संध्या, हस्त-शिल्प स्टाल्स। साहित्यिक सत्र में इतिहास, शिक्षा, साहित्य और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा चर्चा सहित अनेक समसामयिक विषयों पर विमर्श होगा। इसके अतिरिक्त स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे 15 से 19 जुलाई तक बाल प्रहरी के संपादक और साहित्यकार उदय किरौला द्वारा बच्चों के लिए रचनात्मक लेखन कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
यह किसने कल्पना की थी कि कभी किताब और कौथिग का मेल हो सकता है. एक-दूसरे से विपरीत प्रकृति के दो शब्दों ने एक अभिनव पहल का सृजन किया है जिसे प्रदेश भर के लोग ‘किताब कौथिग’ नाम से जानते हैं.
(Tehri Kitaab Kautik)
टनकपुर से शुरू हुआ यह कारवां बागेश्वर और चम्पावत होता हुआ पहुंच रहा है टिहरी जिले में. जुलाई महीने के 20 ओर 21, तारीख को टिहरी में होगा ‘किताब कौथिग’, कुमाऊँ से लेकर गड़वाल की लोक भाषाओं पर आधारित किताबे भी मेले में देखने को मिलेगी।
पढ़ने लिखने की संस्कृति को बढ़ाने के उदेश्य से शुरू की गयी इस पहल का अगला पड़ाव जिला पिथौरागढ़ का मुख्यालय है. इस आयोजन में 60 प्रकाशकों की 60,000 किताबें लोगों के बीच होंगी. नेचर वाक से लेकर तारे सितारों से जुड़ी रोचक गतिविधि इस आयोजन में शामिल की गयी हैं.
लेखकों से सीधी बातचीत के अतिरिक्त साहित्यिक परिचर्चा भी ‘टिहरी किताब कौतिक’ का मुख्य आकर्षण हैं. इस आयोजन में संस्कृतिक संध्या के साथ बच्चों के लिये विज्ञान कोना नज़र आयेगा.
(Tehri Kitaab Kautik)
‘टिहरी किताब कौतिक’ एक विशेष साहित्यिक सत्र का आयोजन होना है. टिहरी जिला – गौरवशाली इतिहास और भविष्य की संभवनाएं, मानसखंड – पौराणिकता और नए संदर्भ, वर्तमान समय में पत्रकारिता और स्थानीय भाषाओं का शिक्षा महत्व जैसे विषय इस साहित्यिक सत्र में शामिल किए गए हैं.
टिहरी जिला प्रशासन द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम नगर पालिका परिषद नई टिहरी में आयोजित होना है. टिहरी किताब कौतिक’ से जुड़ी समस्त जानकारी नीचे दी गयी हैं.
(Tehri Kitaab Kautik)
किताब जो मैंने पढ़ी (Book Review)
→ सभी प्रतिभागियों को पढ़ी गई किताबों की समीक्षा लिखकर या बोलकर देनी हैं
→ समय सीमा 5 मिनट, शब्द सीमा 1000 शब्द
→ दो अलग वर्गों में प्रविष्ठियां स्वीकार की जाएंगी 1. जूनियर वर्ग – कक्षा 12 तक के छात्र-छात्राएं (अपने पसंद की किसी भी किताब की समीक्षा) ii. सीनियर वर्ग – सभी आयु के प्रतिभागी (उत्तराखंड मूल के लेखकों की किताब की समीक्षा)
→ दोनों वर्ग से निर्णायक मंडल द्वारा चयनित कुल 5 सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को आकर्षक उपहार दिए जाएंगे
→ प्रतियोगिता के परिणाम 21 जुलाई 2024 को आयोजन के मुख्य मंच से घोषित होंगे
→ निर्णायक मंडल द्वारा घोषित परिणाम अंतिम माने जाएंगे
अपनी प्रविष्ठियां श्री मोहन चौहान (रा. इं. का. खरसाड़ा, टिहरी गढ़वाल) को मो. नंबर 9412006833 पर Whatsapp से भेजें
साहित्य, शिक्षा, पर्यटन और स्थानीय संस्कृति का उत्सव लेखकों से सीधी बातचीत, 70 हजार से ज्यादा किताबें,
साहित्यिक परिचर्चा, नैचर वॉक, विज्ञान और रंगमंच
कार्यशाला, पुस्तक विमोचन, अंगदान जागरूकता,
काव्य गोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यकम
आयोजक – किएटिव उत्तराखण्ड एवं भारत ज्ञान विज्ञान समिति