हरिद्वार

ज्ञानदीक्षा संस्कार समारोह जैसे कार्यक्रमों से ख़त्म हो सकती है रैगिंग की समस्या: डॉ.धन सिंह रावत

 

. वेद मंत्रों के संकल्प के साथ देव संस्कृति विश्वविद्यालय में शुरू हुआ नया शैक्षणिक सत्र

. देव संस्कृति विश्वविद्यालय में संपन्न हुआ 44वाँ ज्ञानदीक्षा संस्कार समारोह, विद्यार्थियों ने लिया समाज के लिए अच्छा काम करने का संकल्प

देव संस्कृति विश्वविद्यालय के नये शैक्षणिक सत्र 2023-24 के शुभारंभ के अवसर पर 44वें ज्ञानदीक्षा संस्कार समारोह का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में उत्तराखण्ड सरकार के शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी और उत्तराखण्ड की प्रथम महिला कुलपति और समान नागरिक संहिता को लागू करने वाली समिति की सदस्या दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल जी ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।

44वें ज्ञानदीक्षा संस्कार समारोह में देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ प्रणव पंड्या जी द्वारा 400 से अधिक नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं सहित विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों को देश और समाज के प्रति अपनी शिक्षा और विद्या का उपयोग करने का वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ संकल्प दिलवाया गया। उन्होंने बताया कि देव संस्कृति विश्वविद्यालय देश का ऐसा एक मात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जहां दीक्षांत के साथ ही ज्ञानदीक्षा करने की परंपरा भी है जो 2002 से लगातार चली आ रही है। कार्यक्रम की पृष्ठभूमि को सभी के सामने रखते हुए देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने कहा कि बाहर की ख़ूबसूरती के लिए तो देश दुनिया में कई विश्वविद्यालय मौजूद हैं लेकिन आंतरिक ख़ूबसूरती के लिए एक मात्र विश्वविद्यालय है देव संस्कृति विश्वविद्यालय जो विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पित है।

 

ज्ञानदीक्षा समारोह को संबोधित करते हुए दून विश्वविद्यालय की कुलपति, प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल जी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत की शिक्षा पद्धति में मौजूद जिन अनुपस्थित कड़ियों को जोड़ने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लायी थी वह कार्य देव संस्कृति विश्वविद्यालय अपने प्रारंभिक दिनों से ही कर रहा है। इसी क्रम में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तराखण्ड सरकार के शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सहकारिता मंत्री डॉ धनसिंह रावत जी ने कहा कि देव संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किया जाने वाला ज्ञानदीक्षा संस्कार समारोह एक बहुत ही अच्छा आयोजन है जिसे राज्यभर के सभी विश्वविद्यालयों में आयोजित किया जाना चाहिए, जिसके लिए देव संस्कृति विश्वविद्यालय को एक गाइडलाइन तैयार करनी चाहिए, उन्होंने कहा कि ऐसे ज्ञानदीक्षा संस्कार समारोह जैसे कार्यक्रमों के साथ जब विद्यार्थी विश्वविद्यालयों में आएगा तो रैगिंग जैसी परेशानियाँ भी जड़ से ख़त्म हो जायेंगी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त संकाय अध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, आचार्य-आचार्याएं, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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