Uttarakhand Newsदेहरादून

धाद नाट्य मंडल द्वारा बच्चों के लिए थिएटर कार्यशाला 26 मई से 1 जून 2024 बी एस नेगी महिला पॉलिटेक्निक, कौलागढ़ रोड़, देहरादून

धाद नाट्य मंडल द्वारा बच्चों के लिए थिएटर कार्यशाला 26 मई से 1 जून 2024 बी एस नेगी महिला पॉलिटेक्निक, कौलागढ़ रोड़, देहरादून

इस बार गर्मियों की छुट्टियों में कोना कक्षा का और धाद नाट्य मंडल द्वारा 26 से 1 जून तक बी एस नेगी महिला पॉलीटेक्निक में कार्यशाला आयोजित की जा रही है। जिसमें बच्चे अपने हुनर को धाद नाट्य मंडल के कलाकारों के साथ साध सकेंगे और अंत में 2 जून को इसकी सार्वजनिक प्रस्तुति होगी।
कार्यशाला में 8-16 वर्ष तक के छात्र हिस्सा ले सकेंगे। उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए नाट्यशाला प्रतिभाग निशुल्क रहेगा।
प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के लिए प्रतिभाग शुल्क ₹500/ रखा गया है। नाट्यशाला में धाद नाट्य मंडल के वरिष्ठ कलाकार बच्चों को एक्टिंग की बारीकियां सिखायेंगे। आज इस कार्यशाला का उद्घाटन वरिष्ठ कलाकार अवि नंदा एवं नरेश बोरा द्वारा नाट्य मंडल, सहभागी बच्चों एवं धाद के सदस्यों की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर धाद नाट्य मंडल के अध्यक्ष कैलाश कंडवाल ने कार्यशाला के स्वरूप के बारे में जानकारी दी और कहा कि हमे स्वयं बच्चों से सीखने को मिलेगा।
मुख्य अतिथि रंगमंच दिग्गज श्री अवि नंदा जी ने इस अवसर पर बच्चों से कहा की जहां वो पढ़ाई पर विशेष ध्यान देंगे उसके साथ साथ ऐसी कार्यशाला भी जरूर करनी चाहिए जिससे व्यक्तित्व विकास होगा उन्होंने अपने अनुभव साझा किये और बच्चों से इस कार्यशाला को बहुत मन लगा कर सीखने को कहा और कहा मैं स्वयं भी इस कार्यशाला में दुबारा अपनी उपस्थिति दूंगा। उन्होंने बच्चों से कुछ डायलाग्स का उच्चारण भी करवा कर नाट्य विधा की बारीकियों को समझाया। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि मशहूर फिल्म निर्माता और रंगकर्मी श्री नरेश बोरा ने बच्चों को तीन महत्वपूर्ण सूत्र बताये पहला यह कि किसी भी विधा में सफलता के लिए पागलपन की हद तक जुनून होना चाहिए आपको हर तरह की झिझक को समाप्त करना है। दूसरा विषय की पूर्ण जानकारी हासिल करना तीसरा मंत्र है कि अपनी मौलिकता को बनाए रखिए किसी को कॉपी मत कीजिए। धाद के महासचिव तन्मय ममगाईं ने अपने उद्बोधन में धाद नाट्यमंडल एवं कोना कक्षा टीम का इस विचार को धरातल पर उतारने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम हर वर्ष इस तरह के आयोजन करने का संकल्प ले रहे हैं। उम्मीद करते हैं कि भविष्य में और अधिक बच्चों को शामिल कर सकेंगे। उन्होंने श्री नंदा जी एवं श्री बोरा जी का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने बच्चों के उत्साह वर्धन के लिए हमें समय दिया। किसी भी विचार का जन्म लेना महत्वपूर्ण नहीं है, महत्वपूर्ण है उसका धरातल पर उतरना और निरंतरता प्राप्त करना, यही सफलता के मूलमन्त्र हैं। कोना कक्षा की सह सचिव एवं कार्यक्रम की संयोजक कीर्ति भंडारी ने भी बच्चों से संवाद किया उन्होंने बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए प्रोत्साहित किया। अंत में कोना कक्षा के संयोजक गणेश उनियाल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए इस पहल का स्वागत किया। उन्होंने धाद नाट्यमंडल से आग्रह किया कि इस तरह की कार्यशालाओं को पर्वतीय क्षेत्रों में भी आयोजित करने पर विचार करें ताकि हम सुविधाहीन क्षेत्रों में भी पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि यह बहुत शुभसंकेत है कि धाद के विभिन्न एकांश आपस में मिलजुल कर कार्यक्रमों को धरातल पर उतार रहे हैं। हमें इस निरंतरता को बनाए रखना होगा। बच्चों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि आप नियमित इस कार्यशाला में उपस्थित रहें एवं वरिष्ठ कलाकारों के साथ अपनी कला में निखार लायें। इनसे आप बहुत कुछ सीख सकते हैं। कार्यक्रम की संयोजक मीनाक्षी जुयाल कार्यक्रम का संचालन किया।
इस कार्यक्रम में पवन डबराल, प्रताप सिंह, मधुरम भारद्वाज, निशांत राही, सुदीप जुगरान, विजय जुयाल, अंशुल व्यास, सुशील पुरोहित, आशा डोभाल, नीना रावत, बिजेंद्र रावत, बृजमोहन उनियाल, साकेत रावत, शुभम, कैलाश एवं बच्चों के अभिभावक उपस्थित रहे।
कार्यशाला में राजकीय कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय मेहूंवाला, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, ऐन मेरी स्कूल, केंद्रीय विद्यालय ओ एन जी सी, इंडियन कैंब्रिज, शिक्षांकुर, दून किड्स, नारी शिल्प, रा प्रा वि बल्लूपुर, उ प्रा वि खुड़बुड़ा, डी वाई डी एस आदि विद्यालयों के बच्चों ने प्रतिभाग किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *