*पावर बैंक एप्प प्रकरण में उत्तराखंड एसटीएफ ने एक और अभी को किया गिरफ्तार, खाते से तकरीबन 50 करोड़ की ट्रांसक्शन का अंदेशा*
*अर्जुन सिंह भंडारी*
देहरादून-: प्ले स्टोर में मौजूद पावर बैंक निवेश एप्प के जरिये धोखाधड़ी का शिकार होने वालों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। उत्तराखंड एसटीएफ व साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को भी इस मामले में लगातार ईमेल व पत्र के माध्यमों से धोखाधडी की शिकायतें प्राप्त हो रही है। एसटीएफ व साइबर क्राइम पुलिस द्वारा इस प्रकरण में जहां संयुक्त टीम बनाकर बीती 7 जून को उत्तरप्रदेश के नोएडा से एक अभियुक्त को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की थी वहीं एसटीएफ व साइबर टीम द्वारा उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद से एक अन्य अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त Maojaza Technology व Sumyth Pvt. Ltd. का डायरेक्टर है। अभियुक्त के खाते से तकरीबन 50 करोड़ रुपये का ट्रांसक्शन होने की बात सामने आ रही है। एसटीएफ ने इस मामले के तार चीन व हांगकांग से जुड़े होने की बात कही है जिसमे स्थानियों की संलिप्तता के भी सबूत मिले है।
गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व देश मे कई लोगों द्वारा प्ले स्टोर में मौजूद पावर बैंक निवेश एप्प में पैसे लगाने पर दोगुने करने की स्कीम के अंतर्गत धोखे से पैसे हड़पने की शिकायतें दर्ज करवाई गई।जिसमें उत्तराखंड के जनपद हरिद्वार के श्यामपुर निवासी रोहित कुमार व कनखल निवासी राहुल कुमार द्वारा क्रमशः 91,200 व 73,000 की धोखेधड़ी की शिकायत करते हुए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई थी जिसपर अभियुक्तों के खिलाफ दर्ज कर एसटीएफ व क्राइम पुलिस स्टेशन द्वारा बीती 7 जून को नोएडा के ग्रीन व्यू अपार्टमेंट सेक्टर 99 से पवन कुमार को गिरफ्तार किया था। इसी घटना के साथ उत्तराखंड एसटीएफ को बैंगलोर, दिल्ली व गुजरात मे भी इसी एप्प के जरिये धोखाधड़ी के अन्य मामलों की जानकारी हुई थी।
वहीं एसटीएफ को इन मामले में लगातार मिल रही शिकायतों के में से एसटीएफ द्वारा चार अन्य मामले में अभियोग पंजीकृत किया हैंजिस्मे 10 और लोगों के नाम इस धोखेधड़ी में सामने आए है। जिसमें एसटीएफ व साइबर पुलिस टीम द्वारा आज उत्तरप्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी के ग्राम मियांपुर निवासी प्रकाश बैरागी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त Maojaza Technology व Sumyth Pvt. Ltd. का डायरेक्टर बताया गया है जिसके खाते से तकरीबन 50 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये जाने की जानकारी मिली है।
एसटीएफ व साइबर द्वारा जांच के आधार पर आरोपियों द्वारा पैसे अपने खातों में ट्रांसफर करने के लिए रेजर पे, वॉलेट/ गेटवे का प्रयोग करने की जानकारी मिली जिसपर एसटीएफ द्वारा रेजर पे को इस विषय मे सूचित किया व अन्य गेटवे व पेमेंट संबंधित कंपनियों को भी मामले से अवगत कर जानकारी मांगी।उपरोक्त कंपनियों द्वारा दिये गए विवरण के आधार पर एसटीएफ द्वारा इस मामले में लगभग 360 करोड़ रुपये की धोखेधड़ी होना पता लगाया गया। दूसरी तरफ एसटीएफ द्वारा रेजर पे से मांगी गई जानकारी के अनुसार रेजर पे द्वारा सिसिपीएस बैंगलुरु में पावर बैंक से संबंधित 10 कंपनियों के निदेशकों सहित 13 लोगों लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। बैंगलुरु पुलिस द्वारा भी इस मामले मे 6 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। बैंगलुरु पुलिस द्वारा गिरफ्तार 3 अभियुक्त उत्तराखंड में भी वांछित है। वहीं साइबर दिल्ली पुलिस द्वारा भी इस मामले में गिरफ्तार दो अभियुक्तों में से अभियुक्त सीए अविक केडिया के तार उत्तराखंड में दर्ज मामले में जुड़े हुए है।गुजरात मे दर्ज मामले में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार दोनो अभियुक्तों के शामिल होने की जानकारी है।
एसटीएफ द्वारा अभियुक्त पवन कुमार के खाते में रखे 28 लाख रुपये व प्रकाश बैरागी के खाते के 50हज़ार रुपये फ्रीज किये है। एसटीएफ के अनुसार इस एप्प को हांगकांग व चीन से संचालित किया जा रहा है जिसमे अभियुक्तो द्वारा इन सभी पैसों को क्रिप्टोकर्रेंनसी के माध्यम से पावर बैंक एप्प से हांगकांग व चीन में भेजा जा रहा है। एसटीएफ द्वारा चीन व हांगकांग के दो लोगों के नाम भी इसमे शामिल होने की बात कही हैंजिनसे पूछताछ करने को उनके द्वारा उच्च अधिकारियों से बात की जा रही है।एसटीएफ द्वारा पावर बैंक सहित ई जेड पॉइंट, सन फैक्ट्री,लाईटनिंग पॉवर बैंक, ई जेड कॉइन, फिश + को भी इसी तरह से पैसे हड़पने का लिए बनाया गया एप्प बताया है।
*देश भर के अलग अलग कोनो से आ रही धोखेधड़ी की इन शिकायतो के तार हांगकांग व चीन से जुड़े होने के चलते मामला अंतराष्ट्रीय हो गया है। इसके साथ ही इस मामले की छानबीन में सीबीआई, आईबी, प्रवर्तन निदेशालय भी जुड़ गये है।*