उत्तराखंड के उभरते हुये युवा निशानेबाज़ आदर्श भट्ट ने एक बार फिर भोंपाल में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज़ी प्रतियोगिता में राज्य की ओर से किया क्वालीफाई।
भोपाल /ऋषिकेश : एनडीएस स्कूल श्यामपुर ऋषिकेश मे 11 वीं कक्षा के छात्र एवं उत्तराखंड के उभरते हुये युवा निशानेबाज़ आदर्श भट्ट ने एक बार फिर भोंपाल में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज़ी प्रतियोगिता के अंतर्गत 22 वीं केएसएस निशानेबाज़ी प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुये अपने शानदार प्रदर्शन को दोहराते हुये देश की निशानेबाज़ी टीम में चयन हेतु अपनी मजबुत दावेदारी पेश करते हुये एक बार फिर टीम ईंडिया मे चयन हेतु ट्रायल के लिये निर्धारित मानकों पर खरा उतरकर अपने अचूक निशाने से सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर चयन हेतु ट्रायल के लिये अपना स्थान सुनिश्चित किया ।बताते चलें ईस बहु प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी ही प्रतिभाग कर सक्ते हैं आदर्श ईससे पहले भी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेते हुये देश की निशानेबाज़ी टीम में चयन हेतु अपनी जगह सुनिश्चित कर चुके थे लेकिन बोर्ड के पेपरों के चलते आदर्श ने बोर्ड की परीक्षा को तवज्जो देते हुये ट्रायल न देने का फ़ैसला किया जिससे वो निरास जरुर था लेकिन बिचलित न हुवा व परीक्षा के बाद आदर्श अपने कोच विश्व प्रशिद्ध निशानेबाज़ अर्जुन अवार्डी पद्म श्री एवं द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित जसपाल राणा जी से निरंत्तर प्रशिक्षण लेता रहा मूल रुप से पौडी गडवाल के यमकेश्वर विकास खंड के अंतर्गत बूंगा के मूल निवासी आदर्श भट्ट के पिता पूर्व सैनिक अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही सुदेश भट्ट ने बताया कि आदर्श की ईस उपलब्धि का श्रेय उनके कोच जसपाल राणा जी व उत्तराखंड राईफल एशोसियेशन को जाता है जिन्होंने मध्यम वर्गीय व पहाड की दुर्गम कंद्राओं में रह रहे आम परिवारों की पहुँच से दुर निशानेबाज़ी जैसे खेल को मध्यम वर्गीय परिवारों तक पहुँचाने में संजीवनी का कार्य किया उसी का नतीजा है कि आज पहाड की दुर्गम कंद्राओं के युवा भी निशानेबाज़ी में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुये राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पटल पर राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुये क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं । आदर्श भट्ट ने बताया कि उनका लक्ष्य भविष्य में देश के लिये ओलंपिक पदक जीतना है जिसके लिये वो अपने कोच जसपाल राणा जी के दिशा निर्देशन मे देहरादून पौंदा स्थित जसपाल राणा शुटिंग रेंज (Riss )पर दिन रात प्रशिक्षण ले रहे हैं जहां पर प्रशिक्षण ले रहे कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज़ों के बीच रहकर उनको काफ़ी कुछ सीखने को मिलता है