हल्द्वानी : अंकित और विषकन्या माही का मामला बहुत दिनों से चर्चा में है। अंकित पेशे से एक कारोबारी थे जिनकी लाश उन्हीं की कार से कुछ दिनों पहले बरामद हुई थी। अंकित के दोनों पैर में सांप के डसने का निशान मिले थे और पीएम रिपोर्ट में इस बात की तस्दीक भी हो चुकी थी।
बस यहीं से पुलिस की जांच शुरू हो गई थी और पुलिस अंकित हत्याकांड की मास्टर माइंड शांतिनगर गोरापड़ाव निवासी माही तक जा पहुंची। माही हत्या की रात 14 जुलाई से फरार है। उसके साथ इस षडयंत्र के साथी प्रेमी दीप कांडपाल, नौकरानी ऊषा और ऊषा का पति रामऔतार भी फरार चल रहे थे।
पांच हत्यारोपियों में से सिर्फ एक सपेरा रमेशनाथ ही पुलिस के हत्थे चढ़ पाया था, कभी नेपाल तो कभी पश्चिम बंगाल भागे जाने की अफवाह चल रही थी मगर पुलिस टीम ने फरार चल रहे आरोपियों तक आखिर पहुंच ही गई।
यहां तीनपानी में हुई कारोबारी अंकित चौहान को कोबरा से डसवाने वाली बहुचर्चित हत्याकांड की मास्टरमाइंड माही उर्फ डौली को पुलिस ने उसके प्रेमी दीप कांडपाल के साथ गिरफ्तार कर लिया है। वही उसकी नौकरानी ऊषा देवी व नौकर रामअवतार अभी फरार चल रहे हैं। जिनकी पुलिस लगातार तलाश कर रही है। जल्द वह भी पुलिस के शिकंजे में होंगे।
वारदात 14 जुलाई को शाम छह से रात 10 बजे के बीच हल्द्वानी के शांतिविहार कालोनी गोरापड़ाव की है। कभी अंकित के प्यार में दीवानी हुई माही उर्फ डौली की अंकित से दुश्मनी हो गई। अंकित को ठिकाने लगाने के लिए उसने अपने नये प्रेमी हल्दूचौड़ निवासी दीप कांडपाल की मदद ली। पुलिस और एसओजी ने चार टीमें उसके पीछे थी। नेपाल सीमा के अलावा दिल्ली में उसकी घेराबंदी की गई।