यमकेश्वर (पौड़ी गढ़वाल) तहसील के अंतर्गत गंगा भोगपुर में स्थित वनन्तरा रिसार्ट से संदिग्ध परिस्थितियों में 19 वर्षीय युवती लापता हुई थी। राजस्व पुलिस से लक्ष्मणझूला थाने में मुकदमा ट्रांसफर हुआ। पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया है। साथ ही रिसार्ट पर ताला जड़ दिया है।
यमकेश्वर प्रखंड के गंगा भोगपुर स्थित रिसार्ट से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई रिसेप्शनिस्ट का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। शुरुआत से ही संदिग्ध प्रतीत हो रहा यह मामला अब राजस्व पुलिस से नागरिक पुलिस में ट्रांसफर कर दिया गया है।
युवती के स्वजन की ओर जताई गई अनहोनी की आशंका के चलते वहीं पुलिस ने रिसार्ट पर ताला जड़कर वहां मौजूद छह कर्मचारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। जबकि युवती की गुमशुदगी दर्ज कराने वाला रिसार्ट का मालिक तथा मैनेजर अभी तक पुलिस के सामने नहीं आए हैं।
रिसार्ट का सीसीटीवी भी खराब
जिस रिसार्ट की युवती रहस्यमयी तरीके से गायब हुई है, वहां का सीसीटीवी सिस्टम भी खराब बताया जा रहा है। सीसीटीवी कैमरे तो लगे हैं, मगर इनकी वायरिंग उखड़ी हुई है। जब इस बात की पूछताछ की गई तो रिसार्ट के कर्मचारियों का कहना है कि सीसीटीवी सिस्टम अंडर मेंटीनेंस हैं।
वहीं इस बारे में युवती की मां का कहना है कि बेटी के गायब होने की सूचना उन्हें बाहर वालों ने दी जबकि होटल के स्टाफ वालों ने उन्हें कुछ नहीं बताया। उनका कहना है कि हमारी कोई मदद नहीं कर रहा है।
बताया जा रहा है कि 19 सितंबर की सुबह अंकिता भंडारी रिसार्ट के अपने कमरे में नहीं मिली। जिसके बाद रिसार्ट के संचालक पुलकित कुमार ने राजस्व पुलिस को तहरीर दी।
उसमें बताया कि अंकिता कुछ समय से अंकिता मानसिक तनाव में थी। उसके मन को बहलाने के लिए पुलकित और सौरभ उसे 18 सितंबर को दुपहिया वाहन पर ऋषिकेश की ओर ले गए थे। जहां से देर सायं को वह सभी रिसार्ट में लौट आए थे।
इसके बाद वह अपने-अपने कमरे में सोने के लिए चले गए। 19 सितंबर की सुबह पता चला कि अंकिता अपने कमरे में नहीं है।
जिसके बाद अंकिता की काफी तलाश की गई मगर, उसका कुछ पता नहीं चल पाया।
अंकिता के पिता से भी जानकारी लेने पर पता चला कि वह गांव भी नहीं पहुंची।
मंगलवार को अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी व अन्य स्वजन गंगा भोगपुर पहुंचे थे। उन्होंने रिसार्ट के कर्मचारियों से पूछताछ की तो सभी के बयानों में विरोधाभाष मिला। जिस पर अंकिता के पिता ने रिसार्ट संचालक, मैनेजर तथा एक अन्य कर्मचारी पर संदेह जताते हुए राजस्व उप निरीक्षक को शिकायत दी थी।
स्वजन ने इस मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष से भी मुलाकात कर इस मामले की छानबीन के लिए राजस्व पुलिस से नागरिक पुलिस में ट्रांसफर करने की मांग की थी।
आखिर गुरुवार को जिलाधिकारी के आदेश पर यह मामला लक्ष्मणझूला थाने को ट्रांसफर किया गया। जिसके बाद पुलिस ने तत्काल रिसार्ट पहुंचकर आवश्यक छानबीन की।
पुलिस को रिसार्ट में अंकिता की गुमशुदगी दर्ज कराने वाला रिसार्ट स्वामी पुलकित कुमार व मैनेजर नहीं मिले। जबकि छह कर्मचारियों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
पुलिस ने आवश्यक जांच के बाद एहतियात के तौर पर रिसार्ट को बंद कर ताला लगा दिया है। इस दौरान लापता युवती के स्वजन के साथ बड़ी संख्या में नागरिक तथा स्थानीय लोग भी रिसार्ट के बाहर प्रदर्शन करने पहुंच गए।
उन्होंने पुलिस ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। थाना प्रभारी निरीक्षक संतोष सिंह कुंवर ने बताया कि होटल के कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। युवती की तलाश के लिए छानबीन शुरू कर दी गई है।
संदिग्ध परिस्थितियों में लापता रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी के मामले में लगातार नए-नए तथ्य सामने आ रहे हैं। दरअसल अंकिता की गुमशुदगी की बात सबसे पहले रिसार्ट की ओर से नहीं, बल्कि युवती के मित्र जम्मू निवासी पुष्प ने उसके स्वजन को दी थी। जिसके बाद पुष्प भी यहां पहुंच गया है।
पुष्प ने पुलिस तथा मीडिया को उसके साथ हुई अंकिता की बातचीत और व्हाट्सअप चेट की जानकारी दी। इस चैटिंग को पढ़कर साफ नजर आ रहा है कि अंकिता के साथ रिसार्ट संचालक तथा मैनेजर का व्यवहार कुछ सहज नहीं था।
अंकिता ने अपने दोस्त को चेट में यह भी बताया कि उसे रिसार्ट में आने वाले वीआइपी ग्राहकों को खुश करने के लिए एक्स्ट्रा सर्विस देने के लिए दबाव डाला जा रहा था।
इतना ही नहीं अंकिता ने अपने साथ अश्लील हरकत किए जाने की बात भी बताई है। पुलिस ने अंकिता की इस चेटिंग के स्क्रीन शाट भी जांच में शामिल किए हैं।
गंगा भोगपुर तल्ला में संचालित हो रहे वनन्तरा रिसार्ट इससे पहले भी कई बार विवादों में रहा है। क्षेत्र के ग्रामीणों भी रिसार्ट के संचालक की दबंगई से परेशान हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पहले यहां पर एक फैक्ट्री संचालित होती थी, जिसे बाद में पुलकित कुमार ने खदरीकर उसे रिसार्ट में तब्दील कर दिया।
अभी भी इसके एक हिस्से में कैंडी आदि के उत्पादन का प्लांट है, जिससे दूषित जल को गांव के बीच छोड़ा जाता है। इतना ही नहीं रिसार्ट के सीवेज सिस्टम के लिए कोई बेहतर व्यवस्था नहीं है।
ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में भी रिसार्ट संचालक अपने कर्मचारियों के साथ मारपीट और शोषण कर चुका है। मगर, रसूख और दबंगई के कारण किसी ने आज तक आवाज नहीं उठाई।