टिहरी ! जाखणीधार सेमा गांव के पास जंगल मे घास लेने गई महिला पर बाघ ने अचानक किया हमला , कड़े संघर्ष कर घायल हालत में सोर मचाकर साथी महिलाओं की बचाई जान,,
इसी गाँव के सामाजिक कार्यकर्ता व राज्य कर विभाग से सयुक्त आयुक्त पद से सेवानिवृत्त श्री एस पी नौटियाल ने घटना का संज्ञान लेकर बाघ से अविलंब मुक्ति दिलवाने हेतु मुख्यमंत्री को लिखा पत्र,
न्यूज़ सोर्स श्री एसपी नौटियाल
आज दोपहर मेरे गाँव सेमा (सेमंडीधार), पट्टी ढुंग मंदार विकास खंड, जाखणीधार, जिला टिहरी गढ़वाल की श्रीमती गुड्डी देवी पत्नी श्री बालक राम नौटियाल पर बाघ ने हमला कर दिया है। गुड्डी देवी जैसे तैसे अपने आप को बाघ के चंगुल से बचा सकी, वह अन्य महिलाओं के साथ गाँव के ऊपर सटे वन से अपने पशुओं के लिए चारा लेने गयी हुयी थी। चार दिन पूर्व भी जंगल के पास खेतों में काम करने गयी महिलाओं पर भी बाघ ने हमला करने की कोशिश की थी। पहाड़ के गांवों में जो जनमानस दिख रहे हैं, पालतू व दुधारू पशु दिख रहे हैं, स्कूलों में बच्चे दिख रहे हैं, खेत खलियान में फसल व श्रीअन्न दिख रहा है, धारा/ नाला में जल दिख रहा है, वनों में पगडण्डीयां दिख रही है, वनों में पानी के स्रोत बचे हुये है व वनाग्नि काल में गाँव की ये कर्मठ नारियां पहल करती है तो वन बचे हैं आदि वह गुड्डी जैसी कर्मठ नारीशक्ति के कारण दिख रहे हैं क्योंकि वे अपनी माटी-थाती से जुड़े हुये हैं।
यह घटना बहुत ही भयावह है वह भी आबाद गाँव सेमा, भटवाडा, मंदार, स्युरी, बडोनगाँव जैसे गाँव में सेमा गाँव व आस पास को गाँव के लोग दहशत में है की बाघ आगे किसी और व्यक्ति पर हमला न करे अतः इस घटना को गंभीरता से शासन-प्रशासन से लेने का अनुरोध करते हुये बाघ से छुटकारा दिलाया जाये जिससे निर्भीक होकर लोग गाँव में रहते हुये अपनी दिनचर्या निभा सके। इसके अतिरिक्त गांवों के आस पास सड़क की किनारे, वर्ना के रास्ते में काफी झाड़-झंकार हटाने की व्यवस्था करने के लिए भी शासन प्रशासन से निवेदन करता हूँ।