नई दिल्लीनेशनल डेस्क

इसी महिला के 18 साल पहले दिए श्राप से बर्बाद हुआ अतीक अहमद का परिवार, शादी के 9 दिन बाद ही हो गई थी पति की हत्या

अतीक की पत्नी फरार है और 2 बेटे जेल में बंद हैं, जबकि 2 अन्य बेटे बाल सुधार गृह में हैं. अतीक का परिवार बर्बाद हो चुका है तो क्या इसके पीछे उस महिला का श्राप है, जो 18 साल पहले दिया था.

प्रयागराज. उत्तर प्रदेश में 4 दशक तक दहशत का दूसरा नाम बने रहे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की प्रयागराज में शनिवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई. अतीक अहमद का अंत इस तरह होगा, ऐसा किसी ने सोचा तक नहीं होगा. हैरानी की बात ये है कि 3 लड़के आए और 20 राउंड फायरिंग कर माफिया अतीक और उसके भाई का काम तमाम कर दिया. बता दें कि इसके 2 दिन पहले ही अतीक के बेटे असद का भी एनकाउंटर हुआ था. 2 दिनों के अंदर अतीक के परिवार को 3 सदस्यों की मौत हो चुकी है. अतीक की पत्नी फरार है और 2 बेटे जेल में बंद हैं, जबकि 2 अन्य बेटे बाल सुधार गृह में हैं. अतीक का परिवार बर्बाद हो चुका है तो क्या इसके पीछे उस महिला का श्राप है, जो 18 साल पहले दिया था.

अतीक अहमद को श्राप देने वाली ये महिला कोई और नहीं बल्कि, बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक राजू पाल की पत्नी पूजा पाल हैं. बता दें कि राजू पाल की साल 2005 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद उनकी पत्नी पूजा पाल ने 9 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद का भी नाम था.

साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में अतीक अहमद ने फूलपुर से जीत दर्ज की, जिसके बाद प्रयागराज पश्चिम विधानसभा सीट खाली हो गई और बाद में चुनाव आयोग ने इस सीट पर उपचुनाव की घोषणा की. उपचुनाव में अतीक ने अपने भाई अशरफ को मैदान में उतारा, लेकिन बसपा उम्मीदवार राजू पाल ने उसे हरा दिया. भाई के हारने के बाद अतीक बौखलाया हुआ था और इसके कुछ दिन बाद ही 16 जनवरी 2005 को राजू पाल की शादी हुई. राजू पाल के घर दोहरी खुशी देखकर अतीक अहमद अपने गुस्से पर काबू नहीं कर पाया और हत्या की प्लानिंग कर लिया. अतीक ने इसकी जिम्मेदारी अपने भाई अशरफ को दी.

25 जनवरी 2005 को बसपा विधायक राजू पाल अपनी गाड़ी से कहीं जा रहे थे, तभी कार सवार बदमाशों ने पीछा करके उनपर हमला किया और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस दौरान गाड़ी में उनकी दोस्त की पत्नी और 2 अन्य भी मौजूद थे. बताया जाता है कि राजू पर हमला करने आए हमलावरों की संख्या करीब 2 दर्जन थी और उन्होंने राजू पाल की पूरी बॉडी छलनी कर दी थी.

बताया जाता है कि हमले के बाद राजू पाल बुरी तरह घायल हो गए थे, लेकिन उनकी सांसे चल रही थी. इसके बाद उनके कुछ समर्थकों ने उन्हें टेंपो में डालकर अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों को लगा कि कहीं राजू पाल बच ना जाएं, इसलिए उन्होंने करीब 5 किलोमीटर तक पीछा कर टेंपो पर फायरिंग की. राजू पाल को 19 गोलियां लगी थीं और हॉस्पिटल पहुंचते-पहुंचते राजू पाल की मौत हो गई.

16 फरवरी 2005 को राजू पाल की शादी हुई थी और शादी के 9 दिन बाद ही बदमाशों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया. राजू पाल की पत्नी पूजा पाल के हाथों की मेहंदी अभी छूटी भी नहीं थी कि 25 जनवरी 2005 को उनके पति की हत्या कर दी गई.

शादी के महज 9 दिन बाद अपने पति को खोने के बाद पूजा पाल पूरी तरह टूट गई थीं और उन्होंने अतीक अहमद के अलावा उसके पूरे परिवार को श्राप दे दिया. उस दौरान पूजा पाल ने रोते हुए कहा था कि अतीक अहमद और उसके गुर्गों ने मेरे पति का जो हाल किया है, भगवान एक दिन उनका भी यही हाल करेगा. उन्हें उनके कर्मों की सजा मिलेगी और उनका अंत भी ऐसे ही होगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *