Big breaking :-पुलिसकर्मियों के परिजनों द्वारा 4600 ग्रेड पे के मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस करना पड़ गया महंगा, अनुशासनहीनता के मामले में तीन पुलिसकर्मी निलंबित
पुलिसकर्मियों के परिजनों को सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोलना महंगा पड़ गया है। पुलिस विभाग ने इस मामले में आचरण नियमावली के तहत 4 पुलिस कर्मचारी निलंबित कर दिए हैं।
बताते चलें कि पुलिसकर्मियों के परिजन 4600 ग्रेड पे लागू करने की लगातार मांग कर रहे हैं। हाल ही में परिजनों ने एक पत्रकार वार्ता भी की थी और सरकार पर उनकी अनदेखी करने का आरोप लगाया था।
मामले पर डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, पुलिस अनुशासित बल है अनुशासनहीनता स्वीकार नहीं की जाएगी। परिजनों का आचरण नियमावली के खिलाफ है। डीजीपी ने अपील की, कि पुलिस और परिजन संयम रखें उनकी मांग को शासन में भेजा गया है, अनुशासनहीनता स्वीकार नहीं की जाएगी। मामले में एक उत्तरकाशी, एक चमोली और दो देहरादून के पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
निलंबन की ये बताई वजह
अधिकारियों का कहना है कि पुलिसकर्मियों के परिजनों द्वारा रविवार को जो 4600 ग्रेड पे के संबंध में प्रेस वार्ता की गई है, वो सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली की धारा 5 (2) एवं 24 (क) का उल्लंघन है। इसके क्रम में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
बताते चलें कि लगातार पुलिसकर्मियों के परिजन सरकार से मांग कर रहे हैं कि पुलिसकर्मियों का ग्रेड पे 4600 किया जाए लेकिन मामला अभी शासन में लंबित है, जिसको लेकर पुलिसकर्मियों के परिजनों में लगातार आक्रोश बना हुआ है।
निलंबन को गलत ठहराया
निलंबित जवान कुलदीप भंडारी की पत्नी आशी भंडारी ने कार्रवाई को तानाशाही बताते हुए आंदोलन जारी रखने की बात कही है। आशी ने कहा कि, उनके आंदोलन को कमजोर करने के लिए उनके पहले पति को उत्तरकाशी भेजा गया। इस पर वह नहीं झुकीं तो पति को निलंबित कर दिया गया। सोमवार को उन्होंने पुलिस मुख्यालय जाकर डीजीपी अशोक कुमार से मुलाकात की और निलंबन को गलत बताया।