हरिद्वार, :उत्तराखंड केसरी:
यमकेश्वर विधानसभा के अंतर्गत गंगाभोगपुर में वनंतरा प्रकरण के मुख्य आरोपित पुलकित आर्या के पिता और पूर्व दायित्वधारी विनोद आर्या पर उनके ड्राइवर ने अश्लील हरकत व कुकर्म का प्रयास करने का आरोप लगाया है। युवक सहारनपुर के छुटमुलपुर का निवासी है। उसने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत जिले भर के पुलिस अधिकारियों को रजिस्टर्ड डाक से शिकायत भेजकर अपनी जान का खतरा जताते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई।
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह को मिली शिकायत के आधार पर मंगलवार देर रात ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। पूरे दिन यह मामला इंटरनेट मीडिया पर छाया रहा।
पुलिस के मुताबिक, छुटमलपुर थाना फतेहपुर जिला सहारनपुर निवासी युवक ने शिकायत में बताया कि उसने ओएलएक्स वेबसाइट पर देखा था कि स्वदेशी फार्मेसी के मालिक व पूर्व दायित्वधारी डा. विनोद आर्या को ड्राइवर की जरूरत है। युवक ने पूर्व भाजपा नेता डा. विनोद आर्या से संपर्क किया और बीते 12 नवंबर को उन्होंने युवक को 10 हजार रुपये प्रतिमाह माह के वेतन पर ड्राइवर रख लिया। युवक ने बताया कि डा. विनोद आर्या ने उसे ज्वालापुर आर्यनगर में रहने के लिए कमरा भी दिया।
आरोप है कि विनोद आर्या उसे अक्सर रात के समय अपने पास बुलाते और शरीर की मालिश, मसाज करने और पैर दबाने के लिए कहते। आरोप है कि कुछ दिन पहले ही रात में डा. विनोद आर्या ने उसे मालिश और मसाज करने के लिए बुलाया और उसके साथ कुकर्म करने का प्रयास किया। वह डरकर अपने घर छुटमलपुर चला गया। युवक ने बताया कि छुटमुलपुर में वह घर का सामान लेने बाजार गया था। उसी दौरान बाइक सवार तीन युवकों ने उसे टक्कर मारकर घायल कर दिया।
युवक का आरोप है कि तीनों युवकों को विनोद आर्या ने भेजकर उसका एक्सीडेंट कराया है। दुर्घटना की शिकायत उसने छुटमुलपुर थाने में भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि रजिस्टर्ड डाक से युवक की शिकायत प्राप्त हुई है। जिसके बाद आधार पर ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
ड्राइवर ने डा. विनोद आर्या के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए अपने अधिवक्ता के माध्यम से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मुकेश चंद्र आर्य के न्यायालय में भी प्रार्थना पत्र दिया। मंगलवार को इस पर सुनवाई हुई और न्यायालय ने सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया। साथ ही, आरोपों के संबंध में प्रारंभिक जांच के लिए एसएसपी हरिद्वार को भेजने के आदेश दिए।