बता दें कि अगर आप भी गुगल का उपयोग करते है तो सावधानी से करें। क्योंकि आपकी छोटी सी लापरवाही आपको भारी नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसा ही हुआ है रुद्रपुर की मलिक कॉलोनी निवासी रवि ग्रोवर के साथ। रवि ने पिज्जा ऑर्डर करने के लिए गूगल से डिलीवरी एप को सर्च किया था। वहां उनको कुछ कस्टमर केयर नंबर दिखाई दिए। नंबर 18002081234 और 09883895637 पर उन्होंने कॉल किया और पिज्जा के संंबंध में ऑर्डर दिया। इन नंबरों पर कॉल करने के बाद उनको एनी डेस्क नाम के एप को डाउनलोड करने को कहा गया। एप डाउनलोड करने के बाद रवि के पास उसी से संबंधित पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय का फोन आया और उसने एप से पांच रुपये का ट्रांजेक्शन करने को कहा ताकि पैसे ट्रांसफर हो रहे हैं इसका पता चल सके। जैसा बताया गया था रवि ग्रोवर से वैसा ही किया लेकिन उसके बाद रवि के पंजाब एंड सिंध बैंक खाते से 5 ट्रांजेक्शन बैक टू बैक हुए और कुल 84888 रुपये डेबिट हो गए।
रवि ने जब खाता चेक किया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। आनन-फानन में रवि ने साइबर सेल थाने में मामले की तहरीर दी। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साथ ही लोगों से साइबर अपराधियों की धरपकड़ के लिए जागरूक होने की अपील की है। यदि कोई भी साइबर जालसाजों नें फंस जाता है तो वह साइबर क्राइम की शिकायत दर्ज कराए। शासन ने साइबर संबंधी शिकायत या सुझाव के लिए 0135-2655900 नंबर जारी किया है। जिस पर अपनी शिकायत या फिर सुझाव दे सकते हैं।