देहरादून :- पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा, परिवहन विभाग, भारत सरकार द्वारा Scheme for Special Assistance to State for Capital Investment के अन्तर्गत चारधाम यात्रा मार्ग पर गढवाल मण्डल विकास निगम द्वारा EV Charging Station स्थापित किये जा रहे हैं।
भारत सरकार द्वारा स्वीकृत तथा उत्तराखण्ड परिवहन निगम के द्वारा प्राप्त धनराशि के माध्यम से EV Charging Station स्थापित करने के लिए गढवाल मण्डल विकास निगम को कार्यदायी संस्था बनाया गया है।
गढ़वाल मण्ड विकास निगम द्वारा लगाये जाने वाले EV Charging Station में Sharify Services Pvt Ltd के Statiq ब्रांड के चार्जर लगाए जायेंगे। जो Universal चार्जर होगे जो कि सभी EV गाडियों को चार्ज करेंगे। एक चार्जर 60 किलोवाट का होगा जिसमें 30-30 किलोवाट की 02 गन होंगी। इसके अतिरिक्त एक 7.4 किलोवाट का Slow चार्जर भी होगा।
गढ़वाल मण्डल विकास निगम द्वारा चारधाम यात्रा मार्ग पर निगम के 24 (चौबीस) पर्यटन आवास गृहों एवं परिवहन निगम के 04 (चार) बस स्टेशनों पर EV Charging Station स्थापित किये जाने का कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त भारत सरकार के उपक्रम टिहरी हाइड्रो डेवलेपमेन्ट कार्पोरेशन (THDC) के द्वारा भी चारधाम यात्रा मार्ग पर गढ़वाल मण्डल विकास निगम के 14 (चौदह) पर्यटक आवास गृहों में EV Charging Station स्थापित किये जाने का कार्य किया जा रहा है।
चारधाम यात्रा की तैयारियां
चारधाम यात्रा के दृष्टिगत एक स्टेट लेवल कन्ट्रोल रूम की स्थापना देहरादून स्थित उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद मुख्यालय की गई है जो कि पूरे यात्राकाल के दौरान संचालित रहेगा। कन्ट्रोल रूम प्रतिदिन प्रातः 7:00 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक संचालित रहेगा। वर्तमान में भी यह संचालित है।
पर्यटकों और यात्रियों को लम्बी कतारों एवं अधिक समय तक प्रतिक्षा न करनी पड़े इसके लिए चारधाम यात्रा में धामों के दर्शन के लिए टोकन/स्लॉट की व्यवस्था प्रारम्भ की गयी है।
इस हेतु पंजीकरण / टोकन / सत्यापन व्यवस्था हेतु कार्यरत एजेन्सी के साथ पर्यटन विभाग के अधिकारियों द्वारा धामों का स्थलीय निरीक्षण जिला प्रशासन, पुलिस अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण करने के साथ ही स्थल भी चयनित किये जाने प्रस्तावित हैं। इस व्यवस्था के लागू हो जाने पर किसी भी यात्री को कतार/लाईन में एक घंटे से अधिक का इंतजार नहीं कराना होगा।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद में काफी वृद्धि होगी। यात्रा के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंजीकरण कर रहे हैं। यात्रा शुरू होने से पहले ही यात्रा मार्गों पर जीएमवीएन के गेस्ट हाउसों की बुकिंग में लगातार इजाफा हो रहा है। उसे देखकर संभावना है कि इस बार भी चारधाम यात्रा पिछले वर्ष के 56.31 (छप्पन लाख इकतीस हजार) श्रद्धालुओं के रिकॉर्ड को तोड़ेगी।
जी०एम०वी०एन० गेस्ट हाउस बुकिंग
चारधाम यात्रा से पूर्व यात्रा मार्गो पर स्थित 94 (चौरानवे) जीएमवीएन के गेस्ट हाउसों के लिए श्रद्धालुओं ने 22 फरवरी 2024 से अभी तक 85839892.00 (आठ करोड़ अठावन लाख उनतालीस हजार आठ सौ बयानबे) की Online Booking एवं 31722819.00 (तीन करोड़ सतरह लाख बाईस हजार आठ सौ उन्नीस) की Offline Booking सहित कुल 117562711.00 (ग्यारह करोड़ पिचहत्तर लाख बासठ हजार सात सौ ग्यारह) की बुकिंग करवा ली है और यह आंकड़ा लगातार बढता जा रहा है।
चारधाम पंजीकरण स्थिति
चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 15 अप्रैल 2024 से पंजीकरण प्रारम्भ कर दिये गये थे। अभी तक
गंगोत्री 287358 (दो लाख सतासी हजार तीन सौ अठावन)
यमुनोत्री 260597 (दो लाख साठ हजार पांच सौ सतानबे)
केदारनाथ, 540999 (पांच लाख चालीस हजार नौ सौ निन्याबे)
बद्रीनाथ 453213 (चार लाख तिरेपन हजार दो सौ तेरह)
हेमकुण्ड साहिब 24700 (चौबीस हजार सात सौ)
यात्रियों सहित कुल 1566867 (पन्द्रह लाख छहासठ हजार साठ सौ सड़सठ) श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवा चुके हैं।
यात्रा काल में 115 (एक सौ पन्द्रह) उपनल और पी०आर०डी० के माध्यम से पर्यटक सुरक्षा, सहायता मित्रों की तैनाती भी की जा रही है।
सफाई व्यवस्था का रखा जाएगा विशेष ध्यान
चारधाम यात्रा के दौरान सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया जायेगा। यात्रा मार्गो पर वर्तमान में सुलम इन्टरनेशनल संस्था के माध्यम से 1584 (एक हजार पांच सी चौरासी) सीटों वाले 147 (एक सौ सैंतालीस) स्थाई शौचालयों की व्यवस्था है।
इसके अतिरिक्त चारधाम यात्रा मार्गों गंगोत्री तथा यमुनोत्री मार्ग पर 82 (बयासी) सीट, जनपद रूद्रप्रयाग के अन्तर्गत विभिन्न स्थलों पर निर्मित कुल 251 (दो सी इक्यावन) सीट, जनपद चमोली के यात्रा मार्ग पर 60 (साठ) सीट एवं हेमकुण्ड साहिब यात्रा मार्ग पर 80 (अस्सी) सीट स्टील फ्रेम शौचालयों का संचालन किया जा रहा है।
चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थित जनपद रूद्रप्रयाग के 07 (सात) और जनपद चमोली के 08 (आठ) पर्यटक आवास गृहों की मरम्मत एवं उच्चीकरण का कार्य अन्तिम चरण में है जो कि यात्रा प्रारम्भ होने से पूर्व पूर्ण कर लिया जायेगा।
मानसखंड एक्सप्रेस
मानसखंड एक्सप्रेस भारत गौरव पर्यटक ट्रेन की उत्तराखंड की पहली यात्रा 22-अप्रैल 2024 को पुणे से प्रारंभ हो चुकी है। इस यात्रा में 280 पर्यटकों ने यात्रा की। यह ट्रेन 24 अप्रैल को टनकपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। इस टूर पैकेज का संचालन आईआरसीटीसी द्वारा उत्तराखंड में संयुक्त रूप से किया जा रहा है। पर्यटन विकास परिषद् के साथ पैकेज में सेवाएं आईआरसीटीसी द्वारा रु० 28,020/- (अट्ठाइस हजार बीस) रुपए की शुरुआती कीमत पर प्रदान की जा रही हैं।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद् ने भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम लिमिटेड के सहयोग से उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के अल्पज्ञात स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड एक्सप्रेस नामक इस विशेष पर्यटक ट्रेन की शुरूआत की गई है।
10 रातों और 11 दिनों की इस यात्रा में नैनीताल, भीमताल, अल्मोडा, चैकोरी, पूर्णागिरि मंदिर, हाट कालिका मंदिर, सूर्य मन्दिर कटारमल, कैंची धाम, चितई गोलू देवता, जागेश्वर धाम, शारदा घाट, पाताल भुवनेश्वर मंदिर, नानकमत्ता गुरुद्वारा चंपावत आदि विभिन्न स्थानों की यात्रा शामिल होगी।
ट्रेन के बाहर उत्तराखंड की समृद्ध प्राकृतिक, सांस्कृतिक, स्थापत्य और आध्यात्मिक विरासत प्रदर्शित की गयी है। पैंट्री कार कोच में उत्तराखंडी के विभिन्न व्यंजनों को दर्शाया गया है।
आदि कैलाश यात्रा
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद् ने तीर्थयात्रियों / पर्यटकों को राज्य के सुदूर इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आदि कैलाश, ओम पर्वत हेली दर्शन टूर पैकेज लॉन्च किया है।
आदि कैलाश ओम पर्वत हेली सेवा के माध्यम से तीर्थयात्रियों, पर्यटकों को 4 रात और 5 दिन की यात्रा पैकेज की शुरूआत की गई है।
12 पर्यटकों का पहला दल 4 रात और 5 दिन के आदि कैलाश हेली टूर पैकेज के लिए 15 अप्रैल 2024 को पिथौरागढ़ पहुंचा था।
माह नवम्बर, 2024 से आरम्भ होने वाले शीतकालीन हैली दर्शन पैकेज के लिए पायलट रन अप्रैल-मई, 2024 से संचालित किये जा रहे हैं। इसके अन्तर्गत प्रत्येक बैच में 12 से 15 पर्यटक होंगे।
आदि कैलाश एवं ओम पर्वत के हवाई दर्शन के दौरान कुल 06 हेलीकाप्टर आपनी सेवाएं प्रदान करेंगे।
वाईब्रेन्ट विलेज के तहत पर्यटकों को गूंजी /नाबी / नेपालचू में स्थित होमस्टे में रहने की व्यवस्था है।