द कश्मीर फाइल्स हर दिन के साथ अपने बॉक्स ऑफिस आंकड़ों से ट्रेड ऐनालिसिस्ट्स को चौंका रही है। तरण आदर्श ने आज एक ट्वीट किया कि फिल्म उन्हें 1975 में आई फिल्म जय संतोषी मां की याद दिलाती है। 47 साल बाद आई द कश्मीर फाइल्स के लिए लोगों का ऐसा ही जुनून देखने को मिल रहा है। जय संतोषी मां एक ऐसी फिल्म थी जो शोले के साथ रिलीज हुई थी। कम बजट में बनी इस फिल्म की इतनी जबरदस्त माउथ पब्लिसिटी हुई कि बॉक्स ऑफिस पर जमकर पैसों की बारिश हुई। आलम ये था कि लोग चप्पल उतारकर थिएटर्स पहुंचते थे और बाहर प्रसाद बांटा जाता था। आइए जानते हैं फिल्म से जुड़ी कुछ इंट्रेस्टिंग बातें।
फिल्म बिजनस ऐनालिसिस्ट तरण आदर्श ने अपने एक ट्वीट में लिखा है कि द कश्मीर फाइल्स 47 साल पहले आई जय संतोषी मां फिल्म की तरह इतिहास लिख रही है। जय संतोषी मां 1975 में रिलीज हुई लो बजट फिल्म थी। मूवी को विजय शर्मा ने डायरेक्शन दिया था और आर प्रियदर्शी ने लिखी थी। यह फिल्म ब्लॉक बस्टर हिट थी। फिल्म में अनीता गुहा संतोषी माता के रोल में थीं। फिल्म हिट होने के बाद लोग उन्हें देवी मानने लगे थे। लोग आशीर्वाद लेने उनके घर जाते थे। अगर सड़क पर वह लोगों को दिखतीं तो लोग उनके पैर छूते थे।
फिल्म के ऐक्टर्स भी जाने-माने नहीं थे। 15 अगस्त 1975 को फिल्म शोले के साथ रिलीज हुई थी। इसके बॉक्स ऑफिस आंकड़ों ने सबको चौंका दिया था। लोग दूर-दराज के गांवों से बैलगाड़ियों में बैठकर फिल्म देखने बॉम्बे जाते थे। सिनेमाघरों के बाहर भीड़ जुटी रहती थी। सिनेमाघरों में मंदिर जैसा माहौल था। कई लोग अपनी चप्पलें सिनेमाघरों के बाहर उतारकर जाते थे। थिएटर्स के बाहर प्रसाद भी बांटते थे। महिलाएं पूजा की थाली और दिये लेकर आती थीं और इन्हें स्क्रीन के पास रख देती थीं। जैसे ही संतोषी माता स्क्रीन पर दिखाई देतीं लोग फूल और सिक्के उछालने लगते थे।
संतोषी माता पर बढ़ी थी श्रद्धा
रिपोर्ट्स यह भी बताती हैं कि इस फिल्म के बाद संतोषी मां लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई थीं। लोग उनके व्रत रखने लगे थे। इससे पहले संतोषी माता के बारे में लोगों को कम जानकारी थी। हालांकि बताया जाता है कि 1960 में नॉर्थ इंडिया में संतोषी माता का व्रत छोटी जगहों में शुरू हुआ था। फिल्म आने के बाद पूरे देश में संतोषी माता पर लोगों की श्रद्धा बढ़ गई थी। फिल्म ने मुंबई के कई छोटे सिनेमाघरों में सिल्वर जुबली पूरी की थी। फिल्म कम बजट की थी। बड़े ऐक्टर्स नहीं थे। न ही प्रमोशन में पैसा खर्च हुआ था। सिर्फ माउथ पब्लिसिटी की वजह से फिल्म जबरदस्त हिट हुई थी। फिल्म के सारे गाने जबरस्त हिट थे और आज भी सुने जाते हैं