राजपुर स्थित गुरुकुल के छात्रावास से दीवार फांदकर भागी दोनों छात्राएं बड़ौत में मिल गई हैं। दोनों छात्राएं यहां से दिल्ली और दिल्ली से फिर बड़ौत की बस में बैठी थीं। कोई जवाब न दे पाने के कारण बस ड्राइवर ने उन्हें बड़ौत पुलिस को सौंप दिया था।
बता दें, सोमवार रात दीवार फांदकर गुरुकुल छात्रावास से 17 साल और 13 साल की दो लड़कियां भाग गई थीं। गुरुकुल प्रबंधन ने मंगलवार सुबह पुलिस को सूचना दी थी। एसओ राजपुर राकेश शाह ने बताया कि दोनों छात्राएं सीसीटीवी फुटेज में दीवार फांदते हुए दिखी थीं। कुछ देर बाद उनकी लोकेशन आईएसबीटी देहरादून पर दिखाई दी। यहां से पता चला कि वह दिल्ली की बस में बैठी हैं। दिल्ली पहुंचने पर छोटी लड़की ने अपने घर पर एक व्यक्ति से फोन लेकर कॉल की थी, लेकिन किसी कारणवश घरवालों ने फोन नहीं उठाया। इसके बाद जब उन्होंने इस नंबर पर कॉल की तो पता चला कि लड़कियां उस व्यक्ति को कश्मीरी गेट पर मिली थीं। लड़कियों ने शख्स को परीक्षा में आने की बात बताई थी। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज में पता चला कि लड़कियां बड़ौत की बस में बैठ गईं। छोटी लड़की का घर बड़ौत में ही है। बड़ौत की बस के ड्राइवर ने जब उनसे कुछ पूछा तो वह वाजिब जवाब नहीं दे पाईं। इस पर ड्राइवर ने उन्हें बड़ौत कोतवाली में पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। वहां से राजपुर पुलिस दोनों को देहरादून ले आई है।
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आज होंगे मजिस्ट्रेटी बयान
छोटी छात्रा के माता-पिता की मौत कोरोना महामारी से हुई थी। बड़ी छात्रा देहरादून की रहने वाली है। एसओ का कहना है कि उनके भागने का कारण अभी पता नहीं चल सका है। शुक्रवार को बाल कल्याण समिति के समक्ष दोनों छात्राओं से जानकारी ली जाएगी। दोनों छात्राओं के मजिस्ट्रेटी बयान शुक्रवार को ही दर्ज कराए जाएंगे।