दिल्ली/देहरादून। आज जँहा उत्तराखंड के लिये दो बड़ी महत्वपूर्ण खबरे आयी है, पहली खबर उत्तराखंड के अगले 5 सालो की सरकार के लिये धामी फिर से मुंख्यमंत्री नवाजे गए है। वहीँ दूसरी बड़ी खबर उत्तराखंड के लिये यह है कि देवभूमि उत्तराखंड के यमकेश्वर की बेटी डॉ माधुरी बड़थ्वाल को भारत के राष्ट्रपति द्वारा लोक कला के लिये पद्यश्री से नवाजा गया है। पद्यश्री पुरस्कारो की घोषणा जनवरी में कि गयी थी लेकिन आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति के द्वारा प्रदान किये गए।
डॉ माधुरी बड़थ्वाल मूल रूप से यमकेश्वर चाय दमराड़ा की बेटी है, और द्वारीखाल में उनका ससुराल है। डॉ माधुरी बड़थ्वाल की प्रारम्भिक शिक्षा लैंसडौन से हुई थी। वह भारत की पहली महिला म्यूजिक कंपोजर रही हैं ,और आकाशवाणी नजीबाबाद में संगीत कम्पोजर के रूप में उन्होंने उत्तराखंड के लोक गीतों को संगीत ही नहीँ दिया बल्कि उत्तराखंड के लोक संगीत को पूरे संगीत की दुनिया तक पहुंचाया। लोकगीतों के साथ साथ उन्होंने माँगलगीतो को भी एक नया आयाम दिया। डॉ माधुरी बड़थ्वाल के पास संगीत का अथाह भंडार है।
आज उत्तराखंड के लिये यह गौरवशाली पल है, राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने उनको पद्यश्री से समानित किया, यह पूरे उत्तराखंड के लिये गौरवान्वित करने वाला पल है।