देहरादून-: अपने राजनीतिक जीवन मे पहली मर्तबा सीधे तौर पर कैबिनेट मंत्री की अहम जिम्मेदारियों में प्रदेश के प्रमुख विभागों के उत्थान व पुनः सृजिकरण का भार अपने ऊपर आने पर उन्होंने ‘पांच साल के कार्य को आठ महीनों में पूरा करने’ को खुद को ही एक चुनौती पेश की। अपने क्षेत्र मसूरी की आम जनता के बीच लोकप्रिय रहे गणेश जोशी बतौर अथिति पहली बैठक में आमंत्रित हुए तो तय समय पर आयोजकों के साथ मुख्यमंत्री के स्वागत को आयोजकों के साथ शामिल जो हो गए तो अपनी वक़्त की पाबंदी व अनुशासन ने आम जनता का ध्यान उनकी तरफ खींचा।
उसी दौरान कोरोना की द्वितीय लहर ने प्रदेश में जिस आवेग से दस्तक दी उस लिहाज से प्रदेश के हाल बेहाल हो गए जिसमे जनपद देहरादून में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आम जनता के बीच मारामारी की स्थिति बन गयी। उस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने अग्रिम मोर्चे पर अपने युवा भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आम जनता की सहायता को हर संभव कोशिशें की। जनपद में उपजे स्वाथ्य हालातों से निबटने को उन्हें देहरादून का कोरोना प्रभारी मंत्री का जिम्मा सौंपा गया यो उन्होंने प्रथम कार्यवाही में ऑक्सीजन सिलिंडर विक्रेताओं को अस्पतालों के अलावा निजी तौर पर ऑक्सीजन सप्लाई देने पर रोक लगाने का काम किया। कैबिनेट मंत्री होने के बाद भिबुनके द्वारा स्वयं को आम जनता की पहुंच से बाहर नही रखा गया व उनकी समस्याओं के निदान को सीधे तौर पर उनकी समस्याओं का संज्ञान लिया। उन्होंने लगातार हर अस्पताल का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली,डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ से हालातों का जायज़ा लिया। उनके कड़े प्रयासों का नतीजा ही रहा कि आज कैंट अस्पताल में 150 बेड का कोविड अस्पताल स्थापित हो चुका है। उनके प्रयासों में कैंट क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र में आम जनता का टीकाकारण अभियान में फलीफुत हुआ। किन्तु इस सबके बावजूद भी जनपद में लगातार बाहरी लोगों के द्वारा इलाज को आने के चलते स्थानीय व दूर दराज के ग्रामीणों में स्वास्थ्य सेवाएं न पहुंच पाने की समस्या विकट थी। जिसके समाधान को उन्होंने जनपद के आयुर्वेदिक पद्धति को कोरोना इलाज में अपनाने को जनपद के आयुर्वेदिक संस्थाओं को कोविड केयर यूनिट में तब्दीली का महत्वपूर्ण कार्य किया जिसकी बदौलत सरोना अस्पताल को सरोना,भट्टा, सहस्त्रधारा ग्रामीणों के संक्रमित होने की दशा में प्राथमिक उपचार हेतु न्यूनतम समय मे तैयार किया। उनके द्वारा जनपद के हर अस्पताल में जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर,आईसीयू बेड, ऑक्सीजन बेड, सामान्य बेड पूरे करवाये।
कोरोना में आम जनता को पुलिस द्वारा प्रदान किंजल रही सुरक्षा का उन्होंने हर मोर्चे सलाम किया है व गत वर्ष भी उनके द्वारा पुलिस कर्मियों की जरूरत से जुड़ी कई सामग्रियों का स्वेच्छा से वितरण भी किया गया था। उन्होंने पुलिस अधिकारियों सहित सड़कों पर आम जनता द्वारा नियमों के अनुपालन में नज़र रखने को पैदल दौरा भी किया तो यातायात नियंत्रण में पुलिस सहयोग भी दिया।
पद संभालते ही उनको मिली जिम्मेदारियां को पूरा करने को उनको मिला समय पर्याप्त नही है यह जान उनके द्वारा एक एक दिन में 2 से 3 परियोजनाओं को लक्ष्य तक पहुँचाने के लिए अपनी टीम के साथ लगातार कार्य किया गया।आम जनता के बीच उनपर भरोसे को बनाये रखने को उन्होंने उनकी समस्याओं के तुरंत निबटारे को अधिकारियों से लेकर कैबिनेट स्तर पर अपने प्रस्ताव रखे जिसके बूते उन्होंने जनपद के कई क्षेत्रों में पेयजल परियोजना के तहत ट्यूबवेल,पाइप लाइन बिछाने को अधिकारियो से काम करवाये।
प्रदेश के युवाओं की बेरोजगारी की समस्या को उन्होंने हमेशा ही तवज्जो दी है जिसके चलते उनके द्वारा औद्योगिग क्षेत्रों से जुड़े अधिकारियों को मात्र शहरी क्षेत्रों तक ही बाहरी क्षेत्रों की फैक्टरियों, इंडस्ट्रीज को सीमित न रखते हुए पहाड़ी युवाओं के लिए रोजगार सृजन करने हेतु उन्हें पहाड़ आमंत्रित करने की योजनाओं पर काम करें।
आम तौर पर लंबे किसी एक परियोजना के कैबिनेट में पास होते ही धरातल में साकार होने में उसे वर्षों लग जाते है या बजट न होने के चलते ठंडे बस्ट्स में चले जाते है किंतु उनके द्वारा स्वयं के क्षेत्रों में ऐसा अमल न होने देने के प्रयासों में प्रदेश में स्वीकृत विभिन्न परियोजनाओं को जल्द स्वीकृत करने हेतु स्वयं के द्वारा संबंधित केंद्रीय मंत्रियों से वार्तालाप की। जल निगम अधिकारियो से चंद्रोटी जिला पंचायत क्षेत्र के बिष्ट गांव में लगने वाली सोलर पम्पिंग योजना को गति दी।
प्रदेश के फौजियों का गर्व का प्रतीक व प्रेरणा स्त्रोत के तौर पर बनाये जा रहे सैन्य धाम के लिए उनके द्वारा प्रथम विश्वयुद्ध से अब तक के युद्धों में शहीद हुए प्रदेश के प्रत्येक शहीद सैनिक के घर के आंगन की मिट्टी को निर्माण स्थल पर लाकर स्मारक के निर्माण में प्रयोग किया जा रहा है। उनके द्वारा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की गई।रक्षा मंत्रालय द्वारा राज्य की मांग पर रक्षा मंत्रालय सेना के निष्प्रयोज्य दो सेना के टैंक, वायुसेना का एक लड़ाकू विमान, नौसेना का एक छोटा वैसल, सेना की दो आर्टिलरी और दो एयर डिफेंस गन प्रदान करने का वादा किया। उनके प्रयासों के जरिये केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा मसूरी बाईपास टनल की 700 करोड़ की परियोजना को स्वीकृत किया जिससे देहरादून से गंगोत्री मार्ग को जोड़ने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 707 क पर 2750 मीटर अंडरग्राउंड टनल बनाई जाएगी।
राज्य को केंद्र की परियोजनाओं का अधिक लाभ दिलवाने हेतु उनके द्वारा प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधा के क्षेत्र में चल रहे कार्यों को और विस्तार व लाभ दिलवाने के लिए केंद्रीय औद्योगिग मंत्री पीयूष गोयल से औद्योगिग विकास परियोजना 2017 की अवधि को तीन साल और बढ़ाते हुए 2022 के बाद भी यथावत रखने की अपील करने व हरिद्वार औद्योगिग इकाईयों के लिए माल ढुलाई के लिए रेल मार्ग से इनलैंड कंटेनरों डिपो बनाने जैसे प्रोजेक्ट प्रदेश में औद्योगिग विकास को बढ़ावा देने के लिए केंद्र के पटल पर रखे।केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिग एवं संचार मंत्री रवि शंकर से भी निजी मुलाकात कर उन्होंने प्रदेश के काशीपुर में बनने जा रही बहुउद्देश्यीय इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्लस्टर योजना के लिए सहयोग की अपील की जिसके तहत उनके द्वारा प्रदेश के 1000 से ज़्यादा कुशल युवाओं को रोजगार मिलने का लक्ष्य रखा सोचा गया है। उत्तरकाशी के 107 से अधिक गाँव द्वारा दूरसंचार के अभाव में झेली जा रही परेशानियों को भी दरकिनार करने को उन्होंने सूचना मंत्री से क्षेत्र को जल्द ही कनेक्टिविटी प्रदान करने का वादा भी लिया है।
सैनिक कल्याण,औद्योगिक विकास, ख़ादी ग्रामोद्योग एवं लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग विकास से लेकर स्वास्थ्य क्षेत्रों में प्रदेश में नए सृजन को लेकर उनके तेज़ प्रयासों से प्रदेश में बदलाव दिखने लगे है जिसको मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों द्वारा भी सराहा जा रहा है।