देहरादून- कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख सरकार अब जांच का दायरा बढ़ाने जा रही है। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 37 पहुंच चुकी है। देहरादून हो या फिर नैनीताल, ऊधमसिंहनगर, पौड़ी, अल्मोड़ा व हरिद्वार सभी जगह से कोरोना के मरीज सामने आ चुके हैं। वहीं अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती व संस्थागत क्वारंटाइन संदिग्ध मरीजों की संख्या भी कम नहीं है। अस्पताल या क्वारंटाइन में रह रहे इन संदिग्ध मरीजों में हर अंतराल बाद किसी न किसी की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही है। पर जांच की रफ्तार अभी भी सुस्त है। अभी सिर्फ हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज व एम्स ऋषिकेश में कोरोना की जांच की जा रही है। इसके अलावा दून में एक निजी लैब में भी जांच शुरू हुई है। आइआइपी को काफी पहले मंजूरी मिल गयी थी, पर वहां अभी तक सेटअप ही तैयार नहीं हुआ है। ऐसे में जांच का औसत बहुत कम है। जिसे बढ़ाना सरकार के लिए भी चुनौती बना हुआ है। ऐसे में दून मेडिकल कॉलेज में कोरोना टेस्ट की लैब शुरू होने से काफी राहत मिलेगी। एक तरफ जहां जांच का दायरा बढ़ेगा वहीं ज्यादा से ज्यादा मरीजों की पहचान भी मुमकिन होगी। जिसके तहत दून मेडिकल कॉलेज में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मेडिकल कॉलेज स्थित लैब में आरटी-पीसीआर मशीन भी इंस्टॉल कर दी गई। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि आइसीएमआर की मौखिक अनुमति मिल गयी है। लिखित आदेश आते ही जांच शुरू कर दी जाएगी। उनके अनुसार इसी सप्ताह जांच शुरू हो जाएगी। इसके लिये टैक्निशियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।