🕉️ *आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि*
*ऋषिकेश, 30 अक्टूबर।* परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने आज स्वामी दयानंद सरस्वती जी के पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये कहा कि वे पुनर्जागरण युग के महान व्यक्तित्व थे। उनके द्वारा रचित ‘सत्यार्थ प्रकाश’ और स्थापित ‘आर्य समाज’ हमें यह संदेश देता है कि वेदों की और लौटो और भारत की प्रभुता को समझो। स्वामी दयानंद जी के शुद्धि आंदोलन ने समाज को एक दिशा देने की कार्य किया है।
स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने आर्य समाज के माध्यम से समाज को बताया कि व्यक्ति के जीवन का उद्देश्य लोगों के शारीरिक, सामाजिक और आध्यात्मिक कल्याण के लिये कार्य करना है तथा हमें व्यक्तिगत उत्थान के साथ सामूहिक उत्थान पर विशेष ध्यान देना होगा।
पूज्य स्वामी जी ने कहा कि सामाजिक कल्याण और सामूहिक उत्थान तभी संभव है जब व्यक्ति में सेवा और त्याग की भावना हो, सेवा और त्याग की भावना संस्कारों और भारतीय संस्कृति से आती है। शिक्षा का उद्देश्य केवल विषयों का अध्ययन नहीं बल्कि चरित्र निर्माण, सेवा भाव और निष्ठा का विकास करना है।
पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज आज की गंगा जी की आरती स्वामी दयानन्द सरस्वती जी को समर्पित की।
🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼