राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर में एक प्राइवेट कंपनी के अकाउंटेंट ने एक-एक कर 56 ब्लेड निगल गया. इसके बाद उन्हें खून की उल्टियां होने लगीं. दोस्तों ने युवक को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया.
डॉक्टरों ने सोनोग्राफी किया तो उनके भी होश उड़ गए. शख्स के गले में गंभीर जख्म के निशान भी पाए गए. पेट में कई ब्लेड मिले. इस वजह से पूरे शरीर में सूजन भी हो गया था. शरीर के अंदर कई जगह कट लगे हुए थे. सात डॉक्टरों की टीम ने 3 घंटे तक ऑपरेशन (सर्जरी) कर पेट ब्लेड को निकाला और किसी तरह से युवक की जान बचाई.
युवक के साथियों ने ही शख्स को हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. डॉक्टर नरसी राम देवासी ने पहले यशपाल का एक्सरे कराया और फिर सोनोग्राफी. इसमें उनके पेट में काफी सारी पत्तियां नजर आईं. इसके बाद कन्फर्म करने के लिए एंडोस्कोपी कराई गई, फिर पेट से ब्लेड निकालने के लिए इमरजेंसी में ऑपरेशन किया गया. डॉक्टर नरसी राम देवासी के अनुसार, युवक को अस्पताल लेकर आए तो ऑक्सीजन लेवल 80 पर था. जांच में पेट में ब्लेड मिलने पर सर्जरी कर 56 ब्लेड निकाले गए. फिलहाल यशपाल की हालत स्थिर है.
डॉक्टर नरसी राम देवासी ने बताया कि यशपाल ने कवर के साथ 3 पैकेट ब्लेड निगला था. डॉक्टर नरसी राम देवासी ने बताया कि हो सकता है कि युवक को एंजाइटी या डिप्रेशन हो, जिसके कारण उसने ब्लेड के 3 पूरे पैकेट को निगल गया. उसने ब्लेड को कवर के साथ 2 हिस्सों में बांटकर खाया था, जिसके कारण ब्लेड अंदर चली गई. अगर ऐसे ही खाता तो ब्लेड गले में ही अटक जाती, अंदर नहीं जाती. उन्होंने बताया कि जब ब्लेड पेट में पहुंची तो उसका कवर डिजॉल्व हो गया, जिसके कारण पेट के अंदर कट लगने से खून निकलने लगा. इससे युवक को खून की उल्टियां होने लगी थीं. सर्जरी कर ब्लेड को निकाला गया और पेट में हुए जख्म का भी इलाज किया गया.