देहरादून-: साइबर क्राइम, ऑन लाईन ठगी के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे है, कहि बैंक KYC के नाम पर कहि बीमा पॉलिसी के म्यूचल के नाम पर कहि डेबिट/क्रेडिट कार्ड के नाम पर इससे भी अनगिनत तरीके से ठग लोगो को झांसे में डालकर मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर देते है, जहाँ ठग अपने कारनामों में कामयाब हो रहे है उसमें हम लोगो की भी गलती है, ऐसे ठगी के मामलों में साइबर क्राइम सेल , व पुलिस आम लोगो को विभिन्न तरीकों से समझाने का काम करती है ।
लेकिन हम फिर भी गलती कर बैठते है, ऐसा ही मामला देहरादून में पुलिस के पास आया, जिसका परीक्षण किया जा रहा है। दिनांक 18/10/2021 को शिकायतकर्ता टी भूटिया नि0 197/14 फ्रेन्डस लेन राजपुर देहरादून द्वारा अवगत कराया गया कि दिनांक12/10/2021 को उनके व्हाट्सएप पर एक कॉल आयी । कॉल करने वाले व्यक्ति के व्हाट्सएप प्रोफाइल में उनके दामाद का फोटो लगा रखा था जिस कारण उनको लगा का कॉल उनके दामाद द्वारा ही की गयी है । कॉल करने वाले व्यक्ति ने वादी को बोला कि वह अभी अर्जेन्ट मीटिंग में है तथा उसको 98000 रु0 की सख्त जरुरत है तथा वादी के व्हाट्सएप पर अकाउंट डिटेल भेजी । इस पर वादी द्वारा उक्त नम्बर पर कॉल की गयी किन्तु कॉल रिसीव नही हुआ तथा मैसेज आया कि वह अभी मीटिंग में व्यस्त है । मीटिंग के बाद कॉल बैंक करेगा । इस बात पर विश्वास करते हुये कि कॉल उनके दामाद द्वारा की गयी है, वादी द्वारा 50000 रुपये अपने खाते से तथा 48000 रुपये अपनी पुत्री के खाते से उक्त व्यक्ति द्वारा भेजी अकाउंट डिटेल में ट्रांसफर कर दिये गये । बाद में वादी को जानकारी प्राप्त हुई की उनके दामाद का फोन किसी अन्य व्यक्ति द्वारा हैक कर लिया गया था । इस ऑनलाइन फ्राड के सम्बन्ध में वादी द्वारा साइबर थाना देहरादून पर शिकायत दर्ज करवायी गयी तत्पश्चात थाना राजपुर पर मु0अ0सं0 210/2021 धारा 420/66 डी आईटी एक्ट पंजीकृत किया गया ।