सीएसआईआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान में 1 से 30 सितंबर, 2021 तक हिंदी माह का आयोजन किया गया,,
देहरादून,-: सीएसआईआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून में प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी दिनांक 1 से 30 सितंबर, 2021 तक हिंदी माह का आयोजन किया गया । दिनांक 30 सितंबर, 2021 को हिंदी माह -2021 सम्पन्न हुआ ।
हिंदी माह समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ जयंती प्रसाद नौटियाल, प्रसिद्ध साहित्यकार तथा पूर्व उप-महाप्रबंधक, यूनियन बैंक ऑफ इडिया थे । संस्थान के निदेशक डॉ अंजन रे द्वारा मुख्य अतिथि व अन्य गणमान्य अतिथियों के स्वागत के साथ यह समारोह प्रारम्भ हुआ। डॉ अंजन रे, निदेशक ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमें सरल और भावपूर्ण शब्दावली युक्त भाषा का प्रयोग करना चाहिए, जिससे कि हमारा कार्य –व्यवहार सुगमता से तथा प्रभावपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो सके । उन्होंने प्रसिद्ध कवि श्री कुंवर नारायण की कविता का भी इस अवसर पर उल्लेख किया कि
‘बात सीधी थी पर
एक बार भाषा के चक्कर में
जरा टेढ़ी फंस गई ,
भाषा को उल्टा-पल्टा, तोड़ा- मरोड़ा,
घुमाया-फिराया कि बात या तो बने
या फिर भाषा से बाहर आए
लेकिन इससे भाषा के साथ बात
और भी पेचीदा हो गई.
‘बात ने, जो एक शरारती बच्चे की तरह
मुझसे खेल रही थी,
मुझे पसीना पोंछ्ते देखकर पूछा –
क्या तुमने भाषा को
सहूलियत से बरतना नहीं सीखा !
इस समारोह के मुख्य अतिथि डॉ जयंती प्रसाद नौटियाल जी ने अपने व्याख्यान में ‘आजादी का अमृत महोत्सव और विश्व स्तर पर हिंदी की प्रगति’ पर बोलते हुए कहा कि जो व्यक्ति अपनी भाषा छोड़ देता है वह अपने गांव, अपनी संस्कृति, अपने राष्ट्र से दूर होता चला जाता है और जब किसी राष्ट्र के अधिकांश लोग ऐसा करते हैं तो वह राष्ट्र कमजोर हो जाता है। उन्होंने बदलते परिवेश पर व्यंग्य करती कविता की कुछ पंक्तियां भी प्रस्तुत कीं :
“ पहले हम असभ्य थे
लेकिन इंसानों के
संग जानवरों की
भाषा भी समझते थे.
आज हम सभ्य हैं
और
ऊंची अट्टालिकाओं
में रहते हैं पर
इतने बौने हो गए हैं
कि इंसान होकर
इंसान की भी भाषा
नहीं समझते ।
उन्होंने बताया कि हिंदी विश्व के 150 देशों में पढ़ाई जाती है ही 137 करोड लोग हिंदी बोलते हैं । इस प्रकार हिंदी पूरे विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है । उदीयमान भारत का द्योतक हिंदी ही है ।
इस अवसर पर श्री सोमेश्वर पांडेय, वरिष्ठ हिंदी अधिकारी ने हिंदी माह 2021 की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि कोविड सुरक्षा के मद्देनजर सभी प्रतियोगिताओं व कार्यक्रमों का आयोजन ऑनलाइन प्रारूप में किया गया. इसके अंतर्गत ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ और ‘सीएसआईआर के 80 वर्ष’, पर्यावरण संरक्षण एवं ‘राजभाषा हिंदी’ इन प्रतियोगिताओं व कार्यक्रमों के मुख्य विषय रहे । इन प्रतियोगिताओं में ऑनलाइन दैनिक प्रश्नोत्तरी, सुलेख, आशुभाषण, चित्रवर्णन , निबंध लेखन एवं मोबाइल श्रुत लेख प्रतियोगिता मुख्य रही । संस्थान के 100 से भी अधिक स्थाई कर्मचारियों, अनुबंध कर्मियों और शोधछात्रों ने इन प्रतियोगिताओं में भाग लिया । हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी एवं अन्य भाषाओं से हिंदी में अनुदित काव्य एवं गद्य पाठ का आयोजन भी किया गया । कार्यक्रम के अंत में इन सभी प्रतियोगिताओं के पुरस्कार-विजेताओं का नाम घोषित किए गए । श्री जसवंत राय, प्रशासन नियंत्रक द्वारा मुख्य अतिथि एवं सभी गणमान्य व्यक्तियों, प्रतिभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन के साथ हिंदी माह समापन समारोह सम्पन्न हुआ। डॉ जी डी ठाकरे, श्री सूर्यदेव, श्री देवेन्द्र राय, श्रीमती अंजली, श्री रौशन और श्री तिलक कुमार ने इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।