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लोस्तू के हौदू गांव की सड़क बंद होने से नवजात ने तोड़ा दम, गर्भवती महिला की हालत नाज़ुक
टिहरी गढ़वाल :उत्तराखंड को बने हुए भले ही 20 साल हो गये हों लेकिन आज भी कई ऐसे गांव हैं जो विकास की बयार का इंतज़ार कर रहे हैं। दशकों की उम्मीदों के बाद टिहरी ज़िले के लोस्तू बडियारगढ़ पट्टी के हौदू गांव में ग्रामवासियों का सड़क का सपना साकार तो हुआ लेकिन ज़िम्मेदारों की हीलाहवाली से दो महीने में ही सड़क धंस गई। पीएमजेएसवाई के तहत बनी इस सड़क की मरम्मत के लिए धनराशी भी स्वीकृत हुई लेकिन सड़क की मरम्मत का काम नहीं हो पाया। शनिवार 22 अगस्त को एक गर्भवती महिला की जब तबियत बिगड़ी तो गांववालों को कुर्सी के सहारे महिला को कई किलो मीटर कंधे पर उठाकर ले जाना पड़ा। इस दौरान महिला ने बच्चे को जन्म दिया लेकिन इलाज ना मिलने से बच्चे की मौत हो गई। वहीं महिला की हालात अस्पताल में नाज़ुक बनी हुई है।
सुनो युवा विधायक जी
हौदू गांव की विधानसभा देवप्रयाग है जहां के विधायक विनोद कंडारी हैं। लेकिन विधायक के कार्यकाल के तीन सालों की बात करें तो चुनाव के बाद विधायक शायद ही कभी इस गांव में गये होंगे। गांव वालों की नाराज़गी विधायक से इसबात की है की अगर विधायक जी का दौरा होता तो सड़क की मरम्मत कार्य को लेकर भी ठेकेदार और उनके मुंशी कुछ अलर्ट रहते। ये कोई नई बात नहीं जब देवप्रयाग से जीते विधायकों ने इस गांव को नज़र अंदाज किया हो।
दिक्कतों से जूझ रहे गांववासी
हौदू गांव में सड़क ही नहीं बल्कि पानी की पाइपलाइन का काम भी अधूरा पड़ा है इसके साथ ही वैकल्पिक रास्तों के टूटे होने से भी लोगों को बरसात के मौसम में परेशानियों के साथ अपना जीवन जीना पड़ता है। लोगों का कहना है की उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है, गांव के लोग ही इन सब चीज़ों को ठीक करने का काम करते हैं। वहीं शनिवार के दिन महिला को जब प्रसव पीड़ा हुई तो सड़क मार्ग अवरूद्द होने से महिला ने घर में ही बच्चे को जन्म तो दे दिया लेकिन उसके कुछ ही देर बाद इलाज ना मिलने से बच्चे ने दम तोड़ दिया।