देहरादून 17 अप्रैल : बद्रीनाथ जी में पूजा को लेकर कांग्रेस रावल के पक्ष में आई।
उत्तराखंड कांग्रेस के शीर्ष नेता ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ,कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप और प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत में आज जारी एक संयुक्त बयान में कुछ लोगों द्वारा बद्रीनाथ जी व अन्य मंदिरों में हिंदू पूजा पद्धति से हटकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूजा कराए जाने के कूप्रयासों का विरोध किया है ।तीनों नेताओं ने कहा है कि रावल जी का इसमें मत बिल्कुल ठीक है और जहां भी देश में पूजा होनी चाहिए वह हिंदू पूजा पद्धति के अनुसार ही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग धन अर्जित करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पद्धति का इस्तेमाल कर रहे हैं ।यह व्यापार और राजनीति के लिए तो ठीक है सकता है परंतु पूजा ,ईश्वर? धर्म आदि मामलों में इस पद्धति का प्रयोग किया जाना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। इससे जहां धर्म का मजाक उड़ेगा वही धर्म का सम्मान जनता की निगाह में गिरेगा और यह लोगों की निगाह में पिक्चरों की सीन की तरह दिखाई देने लगेगा।
ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी,धीरेंद्र प्रताप और विजय सारस्वत ने रावल द्वारा इसके विरोध को पूरी तरह न्यायोचित बताया और कहा कि सरकार को भी इसमें रावल जी के विचारों को ही समर्थन करना चाहिए ।और हिंदू धर्म के जो 4 पीठ हैं उर्न्ही के अनुसार और उनके चारों शंकराचार्य के विचारों को निर्देश मानकर धर्म पीठों की और धर्म विधान की रक्षा करनी चाहिए ।
धीरेंद्र प्रताप ने इस बीच डिमरी पंचायत द्वारा रावल के बद्रीनाथ ना पहुंचने की स्थिति में ब्रह्मचारी ब्राह्मण को बद्रीनाथ जी की पूजा शुरू किए जाने के लिए जिम्मेदारी दिए जाने की बात का समर्थन किया है और ऑनलाइन पूजा का विरोध किया है।
धीरेंद्र प्रताप
उपाध्यक्ष उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी
मोबाइल 9 8 9 10 68431
पूजा हिन्दू पद्वति द्वारा ही होनी चाहिए।