अल्मोड़ा :- राजकीय महाविद्यालय भत्रोजखान क मासिक गतिविधियों के क्रम में माननीय प्राचार्य प्रो सीमा श्रीवास्तव एवम डॉ केतकी तारा कुमैय्यां, नोडल अधिकारी नशा विरोधी प्रकोष्ठ के तत्वाधान नशे की समस्या के उन्मूलन हेतु समाधान पर इनहाउस चर्चा की गई जिसमे छात्र छात्राओं ने बड़ चढ़कर प्रतिभाग किया ।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रो सीमा श्रीवास्तव द्वारा बताया गया को महाविद्यालय सदैव नशा मुक्त परिसर का समर्थक रहा है। इसी साथ नशे की समस्या क्षेत्रीय न होकर एक विश्वव्यापी ज्वलंत मुद्दा बन चुका है जिसके दमन में शैक्षिक संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है।
इसी क्रम में नोडल अधिकारी डॉ केतकी तारा कुमैय्या के द्वारा महाविद्यालय में क्षेत्रीय आधार पर नशा विरोधी दस्ता गठित किया गया है ।दुर्गम एवम ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण यहां नशे के सेवन की प्रकृति में भिन्नता पाई गई है।जहा बड़े शहरों में हाई एंड ड्रग्स का अधिक प्रयोग पाया गया है वही ग्रामीण क्षेत्रों में मादक पदार्थों का सेवन की प्रकृति अलग पाई गई है। इसी कारण उनका समाधान भी क्षेत्र के अनरूप ढूंढा जाना चाहिए। अध्ययन एवम कार्यवृत्त से आच्छादित प्रमुख क्षेत्र है धारण ,सिरमौली, नूना,नौघर,खिला, सूनी, जांख ,लौकोट इत्यादि।
क्षेत्रीय समस्याओं को देखकर छात्र छात्राओं ने अपने अपने विचार प्रस्तुत करे जिसको वे अपने अपने स्तर पर मूर्त रूप भी दे रहे है।
समाधान हेतु सुझाव निम्नवत है
1.उमा के अनुसार 18 वर्ष से कम आयु के युवाओं को विक्रेताओं द्वारा कोई भी नशे की सामग्री नही बेची जानी चाहिए।
2.सुनीता के अनुसार घरों में चिलम के लिए तंबाकू के उत्पादन पर रोक लगनी चाहिए।
3.भावना के अनुसार बिना लाइसेंस के मदिरा संस्थानों का विरोध किया जाना चाहिए
4.गीता के अनुसार नशे के प्रकोप से बचने के लिए नशा मुक्ति केंद्र की सहायता लेना सबसे उपयुक्त माध्यम रहेगा
5.हिना के अनुसार असोच के महीने में सीमा से अधिक भांग की उपज को नष्ट कर देना चाहिए।
6.कोमल के अनुसार ना समझने पर पुलिसी सहायता सबसे कारगर रास्ता।
7.अंजली के अनुसार नशाग्रस्त व्यक्तियों को आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग करना चाहिए ताकि वे सामन्य जीवन जी सके ।
8.वही पूनम के अनुसार नशीले पदार्थों का मूल्य इतना अधिक हों जाना चाहिए जिससे आम आदमी की पहुंच से बाहर हो जाए ।
9.दीपेश के अनुसार विद्यालय स्तर से ही वेद एवम भगवत गीता पढ़ने पर जोर दिया जाए ताकि युवाओं में मजबूत इच्छाशक्ति का जन्म हो सके।
11.वही पूनम, किरण पांडे,राहुल पंत, भावना ने सुझाव स्वरूप कहा की जनजागरूकता रैली, योग, ध्यान ,खेल कूद के माध्यम से नशे के विषैले सर्प का दमन किया जा सकता है।