उत्तराखंड मांगे #मूल निवास #सशक्त भू कानून 1950 लागू हो देश की राजधानी दिल्ली में हुआ प्रचंड प्रदर्शन
5 जनवरी दिल्ली में मूल निवास समन्वय समिति के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दिल्ली के प्रवासी जमा हुए जिसमें युवा शक्ति मातृ शक्ति उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी बुद्धिजीवी वर्ग वैज्ञानिक और सम्मानित जनता ने एक स्वर में मूल निवास और भू कानून की मांग की उत्तराखंड के भविष्य के लिए उत्तराखंड के नौनिहालों के लिए उत्तराखंड की संस्कृति को बनाए रखने के लिए जल जमीन जंगल जरूरी है और डबल इंजन की सरकार से मांग की गई उत्तराखंड में पहली रोटी पहला हक उत्तराखंड के भूमि पुत्रों का होना चाहिए ना कि बाहर वालों का उत्तराखंड में सभी लोग आकर के रहे मगर उत्तराखंड के भूमि पुत्रों की अनदेखी नहीं होनी चाहिए।
*प्रचंड_प्रदर्शन_दिल्ली* उत्तराखंड मांगे #मूल निवास #सशक्त भू कानून 1950 लागू हो
आज देश की राजधानी दिल्ली में हुआ मूल निवास व भू कानून को लेकर उत्तराखण्ड रेजिडेंस कमिश्नर कोटला मार्ग पर दिल्ली NCR में स्थित कई प्रतिष्ठित संस्थाओं जैसे गढ़वाल हितैषणी सभा,उत्तराखंड लोक मंच,टिहरी उत्तरकाशी ज़न परिषद , उत्तराखंड एकता मंच,उत्तराखंड भ्रात मण्डल प्रवासी संघर्ष समितियों व संगठनों,सामाजिक मुद्दों से जुड़े लोगों व युवाओ द्वारा एकजुटता के साथ एक मंच के तले सभी ने आवाज़ बुलंद की एभी दो आज दो हमारा हक़ हमे दो आवाज़ में एकता दिखाई दी और अब यह मुहिम रुकने वाली नही है जब तक ठोस कानून नही बनता….समाज जाग रहा है और जुड़ता भी जा रहा है हमें चाहिए भू कानून और मूल निवास उत्तराखंड हमारे ओर आप का।
नहीं किसी के भी बाप का।
उत्तराखंडी का भू कानून हक ओर अधिकार है।