यमकेश्वर। यमकेश्वर विधानसभा के डांडामण्डल क्षेत्र के अतिंम सीमावर्ती ग्राम सभा ताछला जो कि दुगड्डा और यमकेश्वर को जोडती है, वहॉ पर 05 किलोमीटर सड़क की शासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति दिसम्बर 2011 में हुई थी, लेकिन अभी तक उक्त सड़क नहीं बन पायी है, जिसके लिए ग्रामीणों स्थानीय प्रतिनिधियों से उक्त सडक निर्माण की मॉग की, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
अमोला ताछला गॉव निवासी रतन अमोली का कहना है कि यमकेश्वर विधानसभा के अन्तर्गत डांडामण्डल क्षेत्र आज भी पिछड़ा हुआ है। सन् 2010 में ग्रामसभा अमोला ताछला के कि लिए पीड्ब्लयू डी द्वारा रोड़ काटी गई उस पर आज भी भगवान भरोसे वाहन चल रहे हैं, कभी भी दुर्घटना घट सकती है, क्योंकि सड़क का डामरीकरण एवं चौड़ीकरण अभी नहीं हुआ है। 2010 के उपरान्त दो विधानसभा चुनाव और दो लोकसभा चुनाव हुए और तीसरा विधानसभा होने जा रहा है। किंतु राजनेताओं को सिर्फ और सिर्फ वोट मॉगने के समय यहॉ की जनता की आवश्यकता होती है।
रतन अमोली ने कहा कि मैं स्वयं वर्तमान विधायक ऋतु खण्डूरी के पास अमोला सड़क के डामरीकरण एवं पक्कीकरण के लिए स्वंय मिला और फोन पर भी वार्ता की, परन्तु स्थिति जस की तस है। उन्होनें कहा हमारे गॉव के सड़क के लिए अन्य सड़कों के लिए बजट पास करवाया लेकिन हमारे गॉव की सड़क को अनदेखा किया गया।
स्थानीय निवासी सोहनलाल अमोली ने कहा कि उक्त सड़क के बनने से यमकेश्वर और दुगड्डा विकासखण्ड के बीच सुलभ यातायात कनेक्टिविटी हो जायेगी। उन्होने कहा कि ताछला मार्ग समय पर बन गया होता तो आगे केवल अतिरिक्त 05 किलोमीटर सड़क निर्माण और रवासण नदी पर 50 मीटर स्पान का पुल बनने से क्षेत्र के 50 से अधिक ग्राम पंचायतों को लाभ मिलता।
ताछला ग्राम सभा के निवासियों ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की क्षेत्र के प्रति उदासीनता को देखते हुए इस बार ग्रामवासियों ने मतदान नहीं करने का मन बनाया है, और उन्होंने कहा कि क्षेत्र प्रतिनिधियों की इतनी ही चिंता है तो उन्होंने इस क्षेत्र की अनदेखी क्यांं कि। उन्होंने कहा कि यहॉ बीस साल से एक ही पार्टी के दो विधायक रहे हैं, लेकिन बार बार हमे छला गया है। इस बार जनता सड़क नही तो मतदान नहीं के नारे के साथ मतदान नहीं करने का निर्णय ले सकते है।