इसे कहते है जनता का सीएम , असम में आई बाढ़ में खुद ही पहुंच गए पीड़ितों की देखभाल के लिये हेमंत बिस्व सरमा
Assam Floods: असम में बाढ़ से अब तक 8 जिलों के 653 गांवों में रहने वाले कुल 4.49 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. पिछले 24 घंटे में बाढ़ से राज्य में 29,160 हेक्टेयर फसल खराब हुई है.
इसे कहते हैं जनता का CM
असम के बाढ़ग्रस्त इलाकों में जनता की सहायता करने खुद ही निकल पड़े हेमंत बिस्व सरमा जी। 🙏❤️@himantabiswa pic.twitter.com/KxhiXu6OfS
— Sandhya Yadav (@Sandhyayadav_1) June 26, 2022
असम (Assam) में पिछले दिनों हुई जोरदार बारिश के बाद आई बाढ़ का पानी अब घटना शुरू हो गया है. असम की प्रमुख नदियों (Assam River) का पानी भी अब कम हो रहा है. इस बीच बाढ़ और उसके कारण हुई घटनाओं में 4 अन्य लोगों की सोमवार को मौत हुई है. इसके बाद राज्य में बाढ़ के कारण हुई मौतों का आंकड़ा बढ़कर अब 36 हो गया है. इसके साथ ही राज्य मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने बाढ़ प्रभावित दीमा हसाओ जिले के लिए 50 करोड़ रुपये का राहत पैकेज जारी किया है.
राहत पैकेज जारी करने का फैसला सोमवार को गुवाहाटी के जनता भवन में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में हुई बैठक में लिया गया. दीमा हसाओ जिले के लिए जारी किए गए 50 करोड़ के राहत पैकेज में से 30 करोड़ रुपये टूट चुकी सड़कों को बनाने के लिए तय किया गया है. इसके साथ ही उन 590 परिवारों को दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे, जिनके घर बाढ़ में तबाह हो चुके हैं. ये पैसे उन्हें घरों का निर्माण कराने के लिए दिए जाएंगे.
8 जिले बाढ़ प्रभावित
असम में बाढ़ से अब तक 8 जिलों के 653 गांवों में रहने वाले कुल 4.49 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. पिछले 24 घंटे में बाढ़ से राज्य में 29,160 हेक्टेयर फसल खराब हुई है. इसके साथ ही राज्य में बाढ़ से लोगों को बचाने के लिए 143 राहत कैंप बनाए गए हैं. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री बांटने के लिए 5 केंद्र बनाए गए हैं. वहीं इनमें 44 हजार से अधिक लोग रह रहे हैं.
सर्वाधिक प्रभावित नागांव
बाढ़ से असम में नागांव सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका है. वहां 3.07 लाख से अधिक लोग बाढ़ प्रभावित हैं. दूसरे स्थान पर कछार है, जहां 99,060 लोग बाढ़ प्रभावित हैं. वहीं मोरीगांव में 40,843 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. पूरे असम में बाढ़ के कारण करीब 1.55 लाख से अधिक मवेशियों पर बाढ़ का असर हुआ है. इसके साथ ही कई अन्य इलाकों में अब भी पानी भरा है.