*विधायक से मंत्री का सफर……गणेश जोशी* *(अर्जुन सिंह भंडारी)*
उत्तराखंड प्रदेश के 10वें मुख्यमंत्री के तौर पर तीरथ सिंह रावत ने कार्यभार संभाल लिया है और आज उनके द्वारा अपनी सरकार के काबिल सिपाहियों(मंत्रियों) को भी आधिकारिक रूप से स्वीकृति दिलवा दी जिसमे त्रिवेंद्र रावत सरकार के मंत्रिमंडल के कुछ चेहरों सहित 3 नए चेहरों को इस सेना में शामिल किया गया है।
इस ब्रिगेड(मंत्रिमंडल)में जिस विधायक को शामिल किए जाने की सबसे ज़्यादा खुशी आम जनता को दिखी वह है राजधानी देहरादून के मसूरी क्षेत्र के विधायक गणेश जोशी। गणेश जोशी को तीरथ सिंह रावत द्वारा अपनी सेना में शामिल किये जाने के फैसले के बाद भाजपा के युवा कार्यकर्ताओं द्वारा भारतीय जनता पार्टी हाई कमान व केंद्र सरकार के फैसले पर खुशी व्यक्त करते हुए उनमे ऊर्जा व लंबे वक्त से पार्टी में अग्रिम भूमिका में संघर्ष करने वाले कार्यकर्ता गणेश जोशी को उनकी कार्य दक्षता के अनुरूप आज मंत्री पद मिलना गर्व का पल माना है।
सेना से रिटायर्ड होने के बाद सन 1984 में उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी संगठन में संघर्ष के वक़्त से ही पार्टी के उत्थान के लिए अग्रिम मोर्चे पर युवा नेता के तौर पर कार्य किया गया जहां उन्होंने कई बड़े राजनीतिक चेहरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर भारतीय जनता पार्टी को राज्य में स्थापित करने को कार्य किया जिसकी बदौलत उन्होंने न सिर्फ अपनी पार्टी के भीतर लोकप्रिय नेता के तौर पर अपनी पहचान पुख्ता की बल्कि देहरादून के लोगों में भी भारतीय जनता पार्टी के जुझारू व कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में जाने गए। जिसके बाद वह पार्टी में कई महत्वपूर्ण पदों प्रकार्य करते हुए साल 2012 से लगातार मसूरी के अजय विधायक बन गए।
उनके द्वारा आम जनता के प्रति सौम्य व्यवहार का एक उदहारण यह भी रहा कि मंत्री चुने जाने के पश्चात उन्होंने स्वयं मीडिया के समक्ष आकर हाथ जोड़ उनका अभिवादन किया तो वहीं सेना के अनुशासन को अपने जीवन मे शामिल करने वाले गणेश जोशी द्वारा शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री को आर्मी अंदाज़ में दो बार कड़क सलामी दी जिसपर मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं खड़े होकर उनका सहर्ष अभिवादन किया गया।
उन्होंने 36 साल के अपने राजनीतिक कार्यकाल में अपने कार्यों,संघर्षों से आम जनता के प्रति सेवा भाव रखने को कार्य किया तो उतना ही अपने कार्यों से भाजपा की युवा ब्रिगेड को भी हर मोड़ पर समर्थन व प्रेरणा दी है। उनके द्वारा वर्ष 2020 में प्रदेश में कोरोना काल में फ्रंट लाइन वर्कर से लेकर जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध करवाने को चलाई गई भोजन व्यवस्था व जरूरी सामान की व्यवस्था को उपलब्धता को अपने टीम द्वारा किये गए समस्त कार्यों को आम जनता द्वारा भी सराहा गया जो निश्चित तौर पर कहीं न कहीं उनके तीरथ सिंह रावत मंत्रिमंडल में चुने जाने में सहायक रही।
उनके द्वारा अभी तक बतौर कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय रहने पर आम जनता की समस्याओं को भली भांति जानने के बाद उम्मीद है कि तीरथ सिंह रावत मंत्रिमंडल में बतौर मंत्री वह आम जनता की समस्याओं का निवारण कर पाएंगे।
उनके नए सफर के लिए बधाई।।