बता दें कि मंगलवार देर शाम चोपड़ा ग्राम सभा के दांगड़ तोक निवासी मोहन सिंह जीना की पांच वर्षीय बेटी राखी पर तेंदुआ ने हमला कर दिया था। परिजनों के समय रहते पहुंचने पर तेंदुआ बच्ची को आंगन पर ही छोड़ कर भाग गया। मगर गुलदार के हमले में बच्ची बुरी तरह जख्मी हो गई थी। जिसे तत्काल उपचार के लिए हल्द्वानी अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। इधर बुधवार को स्वजनों और ग्रामीणों ने तेंदुआ को मारने की मांग को लेकर हंगामा कर दिया। ग्रामीणों द्वारा तेंदुआ को मारने के आदेश नहीं होने तक बच्ची का अंतिम संस्कार नहीं किए जाने के ऐलान के बाद डीएफओ बीजूलाल टीआर मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने आदमखोर तेंदुआ को मारने के आदेश जारी करने के साथ ही पीड़ित पक्ष को मुआवजा राशि का चेक सौंपा।

तेंदुआ को ढेर करने के आदेश होने के बाद देवीधुरा निवासी हरीश धामी को शिकारी नियुक्त कर क्षेत्र में गश्त शुरू कर दी गई थी। साथ ही तेंदुआ को पकड़ने के लिए क्षेत्र में दो पिजरे भी विभाग द्वारा लगाए गए। शिकारी और वनकर्मियों को रात भर की गई गश्त के दौरान जंगल में तेंदुआ नहीं दिखा। मगर सुबह क्षेत्र में लगाए गए पिंजरे में एक तेंदुआ कैद हो गया। रेंजर बीएस मेहता ने बताया कि फिलहाल तेंदुआ को रेस्क्यू सेंटर रानीबाग भेजा जा रहा है। जिसके लार के सैंपल लेकर परीक्षण को देहरादून भेजे जाएंगे। परीक्षण के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आदमखोर है अथवा नहीं। परीक्षण रिपोर्ट आने तक शिकारी क्षेत्र में नियुक्त रहेंगे। जो कि वन कर्मियों के साथ गश्त करते रहेंगे