देहरादून: हमारे उत्तराखंड में एक प्रहरी ऐसा भी है जो एक राजपत्रित अधिकारी ज्वाइंट कमिश्नर कर विभाग में राज्य की सेवा कर अपनी सरकारी सेवा से निवर्तमान होकर निरंतर अपनी लेखनी से राज्य व खास तौर पर पहाड़ो के विकास से सबन्धित अपने सुझाव केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार को समय समय पर प्रेषित करते आ है, जिसका संज्ञान केंद्र में नीति आयोग व प्रधानमंत्री कार्यालय सहित कई सबन्धित मंत्रालयो ने लिया है, बिडंबना यह है कि हमारे राज्य उत्तराखंड के सर्वेसर्वा देर से इनके सुझाव पर अमल करते है तब तक अन्य राज्यो में वह नीति लागू हो जाती है,
सैन्य धाम बने चार धाम की तरह पांचवा धाम गैरसेंण में।
उदाहरण के तौर पर सैन्य धाम उत्तराखंड के पहाड़ो पर ऐसे जगह पर बने जहाँ विश्व भर से लोग चार धाम की तरह पंच धाम की यात्रा करे, लेकिन सैन्य धाम देहरादून में बनाकर सरकार ने अपनी ओर से इतिश्री कर दिया।
उत्तराखंड में यमकेश्वर में पहला बालिका सैन्य स्कूल की मांग
नोटियाल जी ने एक बालिकाओं के लिए सैन्य स्कूल की मांग प्रथम CDS स्वर्गीय विपिन रावत जी की धर्मपत्नी मधूलिका रावत के नाम पर उनके गांव यमकेश्वर में खोलने की सलाह केंद्र व राज्य सरकार को दी है, अब सरकार कब इस ओर ध्यान देती है,
इसी तरह एक स्वास्थ्य से सबन्धित सलाह नोटियाल जी ने सरकार से पत्राचार किया है
देर आये दुरुस्त आये, हर MBBS का सपना होता है कि वह पीजी करें। वर्तमान मैट्रिक्स के अनुसार लगभग 70% MBBS को PG में प्रतिवर्ष ऐडमिशन मिल जाता है जिसके फलस्वरूप देश की 70% PHC के लिये नये MBBS डाक्टर की तलाश करनी पड़ती है। जिसकी पोस्टिंग होती है वह निश्चित रूप से PG की तैयारी को अधिमान देगा। श्री शांति प्रसाद नोटियाल द्वारा गत वर्ष से संबंधित प्राधिकारीयों से अनुरोध किया जा रहा है कि हर MBBS की तमन्ना PG करने की होती है अतः देश की PHCs में फैमिली मेडिसन में पीजी डाक्टरों की नियुक्ति की अवधारणा बने। शहर के लोगों को विशेषज्ञ डाक्टरों की आवश्यकता है तो गाँवों के लोगों को भी है। अब तो तीन साल में सभी यूजी को पीजी में ऐडमिशन मिल जायेगा तो PHCs में विशेषज्ञ डाक्टरों की पोस्टिंग की अवधारणा के लिये नीति प्रख्यापित होनी ही चाहिए।
फॅमिली मेडिसिन में पीजी कोर्स देश के सभी मेडिकल कॉलेज में हों तथा इनकी पोस्टिंग PHC में 5 से 10 वर्ष के लिए ग्रामीण भारत में हों। विशेषज्ञ डाक्टर शहर के लोगों की जरुरत है तो गाँव के लोगों की भी है। वर्तमान सीट मैट्रिक्स के अनुसार प्रत्येक वर्ष लगभग 70% MBBS पास को पीजी में एडमिशन मिल जाता है जिससे हर साल PHC के लिए PG की तैयारी करने वाले नए 70% डाक्टर ढूंढने पड़ते है जिनका मुख्य उद्देश्य पीजी प्रवेश परीक्षा पास करना है अत: अमृत काल में फॅमिली डाक्टरों की अवधारणा को PHC में स्थान मिले। गांवों में इस प्रकार की सुविधा देंगे तभी तो गाँव स्मार्ट बनेंगे |
जब चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं के लिए ग्रामीण कैडर सृजन व अन्य 21 तार्किक सुझाव है तभी तो संज्ञान लिया जा रहा है, examined करके NMC को प्रेषित किये जा रहे हैं।
1. NMC ने F.No. NMC /US (NMC)/Misc/2022-49/009345 dtd. 8th February, 2022 से सूचित किया गया की will be appropriately discussed. your suggestions regarding rural cadre
2. Action from NMC जिसे स्वास्थ्य मंत्रालय ने ग्रामीण कैडर से सम्बंधित सुझाव को पत्रांक P-8201437/2023 dtd 05/01/2023 को नेशनल मेडिकल कमीशन को विचार हेतु प्रेषित किया है।
3. संयुक्त सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार का मत भी है की विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए बने अलग कैडर | (दैनिक जागरण दिनांक 03/01/2023)
4. उत्तरखंड के नोडल ऑफिसर ने दिनांक 09/01/2023 को निस्तारण के रिमार्क में उल्लेख किया की …… भविष्य में उच्च स्तर पर इनके सुझाव में अमल किया जायेगा |
5. PMOPG/D/2023/0104704 में स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार ने अंकित
किया की ‘Your Grievance has been examined and forwarded to NMC for necessary action vide letter no V11025/112/2023-MEP dated 31st May, 2023 16. नीति आयोग ने भी इस विषय पर पत्राचार संख्या 311804/2022/0/0 CEO भी आबंटित किया है।