नई टिहरी : आज 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तीसरे दिन विभिन्न सत्रों हेतु निर्धारित रूपरेखा के अनुरूप कार्यक्रम का संचालन किया गया, आज का मुख्य बिन्दु बाजार सर्वे पर आधारित था, आज की मुख्य वक्ता डा हेमलता बिष्ट ने व्यावसासिक अवसरों की पहचान करने के लिए जिन बिन्दुओं पर ध्यान दिया जाना चाहिए उससे सबंधित व्याख्यान प्रस्तुत किया और बताया कि चुनौतियां, विकटताएं, समस्याएं, और आवश्यकताएं नवाचार की मूल हैं, इन सबका समाधान नवाचार को प्रेरित करता है, चुनौतियों को स्वीकार करना, विकटताओ को सरल बनाना, समस्याओं का हल निकालना और आवश्यकताओं की पूर्ति करना ये वो पहलू हैं, जो उद्यमिता को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं उद्यम स्थापित करने और सफल उद्यमी बनने की राह बाजार की मांग की पहचान कर लेने से ही नजर आती है, तीसरे दिन के द्वितीय सत्र में इसी आशय से डा० हेमलता ने बाजार सर्वे की महत्ता से अवगत कराते हुए प्रतिभागियों के लिए एक” आदर्श बाजार सर्वे-पश्नावली की भूमिका पर प्रकाश डाला, तत्पश्चात् प्रतिभागियों के व्यावसायिक विचारों पर आधारित प्रश्नावली तैयार की गई, प्रतिभागियों को 4 समूहों में बांटा गया, और प्रत्येक समूह ने स्थानीय बाजार बौराडी व नई टिहरी से प्रश्नावली पर आधारित डाटा एकत्र किये। प्रत्येक प्रश्नावली में लगभग 20-25 प्रश्न थे जो ऑर्गनिक उत्पाद, इलेक्ट्रानिक उपकरण, मोटर मेकेनिक और सेवाएं उपलब्ध कराने संबंधी उद्यम पर आधारित थी, सभी प्रतिभागियो ने प्रश्नावली
तैयार करने और डाटा एकत्र करने मे उत्सुकता दिखायी। कार्यक्रम के अंतिम सत्र के दौरान सभी 4 समूहों के प्रतिभागियों ने बाजार सर्वे किया और सर्वे में सभी व्यापारियों और उपभोक्ताओं को शामिल किया गया, सभी प्रतिभागियों में इस बाजार सर्वे को लेकर बड़ा उत्साह देखा गया इस दौरान श्रीमती गुड्डी रावत एवं श्री संजय रघुवंशी द्वारा भी प्रतिभागियों का मार्गदर्शन एवं पूर्ण सहयोग किया गया, प्रतिभागियों का उत्साह और रूचि देखकर आयोजनकर्ता भी उत्साहित और योजना की सफलता के प्रति आशान्वित दिखे। दोपहर के भोजन की व्यवस्था भी आयोजन स्थल पर की गई।