कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी मिलने पर PM मोदी ने ट्वीट कर कहा- ‘एक निर्णायक मोड़’, ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ के जरिए देश को कोरोना मुक्त बनाने में मिलेगी मदद
नई दिल्ली । ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. पीएम मोदी ने देशवासियों को ट्वीट कर कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी मिलने पर बधाई दी है. पीएम मोदी ने वैक्सीन की मंजूरी को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक मोड़ बताया है. पीएम मोदी ने वैक्सीन बनाने में जुटे सभी वैज्ञानिकों को धन्यवाद भी कहा.
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत में सीरम इंस्टीट्यूट की ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है. पीएम मोदी ने लगातार तीन ट्वीट कर देश के कोविड मुक्त होने की उम्मीद जताई है.
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ”डीसीजीआई का कदम भारत की कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बेहद अहम साबित होगा. ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ के जरिए देश को कोरोना मुक्त बनाने में मदद मिलेगी. वैक्सीन बनाने में जुटे सभी वैज्ञानिकों को धन्यवाद.”
पीएम मोदी ने डीसीजीआई के एलान को आत्मनिर्भर भारत के साथ भी जोड़ा है. पीएम मोदी ने आगे कहा, ”देश के नागरिकों के लिए गर्व की बात है कि जिन दोनों वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है उनका निर्माण भारत में ही हुआ है. यह दिखाता है कि आत्मनिर्भर भारत बनाने की मुहिम में देश के वैज्ञानिक कितनी मेहनत कर रहे हैं.”
पीएम मोदी कोविड युद्धाओं को धन्यवाद देना भी नहीं भूले. उन्होंने लिखा, ”हम डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ, वैज्ञानिक, पुलिस, सफाई कर्मचारी और सभी कोविड युद्धाओं के शुक्रगुजार हैं. कोविड युद्धाओं ने बेहद ही मुश्किल हालात में शानदार काम किया है. लोगों की जान बचाने के लिए हम हमेशा उनके कर्जदार रहेंगे.
स्वदेशी वैक्सीन है कोवैक्सीन
कोवैक्सीन भारत की स्वदेशी वैक्सीन है जिसे भारत बायोटेक ने विकसित किया है. भारत बायोटेक और एनआईवी पुणे ने मिलकर इस वैक्सीन को तैयार किया है. कोवैक्सीन देश में पहली स्वदेशी वैक्सीन है जिसे डीसीजीआई ने मंजूरी दे दी है. वहीं ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनका की वैक्सीन को भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया बना रही है. ऑक्सफोर्ड के वैक्सीन का नाम ‘कोविशील्ड’ है.