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राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने शुक्रवार को विश्व रेडक्राॅस दिवस के अवसर पर भारत में रेडक्राॅस के 100 वर्ष पूर्ण होने पर रेडक्राॅस से जुडे़ सभी लोगों को बधाई दी। राज्यपाल ने उत्तराखण्ड राज्य ईकाई के महासचिव डाॅ0 एम.एस अंसारी से दूरभाष पर वार्ता की। राज्यपाल ने प्रदेश ईकाई के माध्यम से प्रदेश के सभी रेडक्राॅस स्वयंसेवियों के लिए एक संदेश भी जारी किया।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि कोरोना वायरस के वर्तमान संकट काल में रेडक्राॅस की जिम्मेदारी भी बहुत बढ़ गई है। जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह संकट पिछले 100 वर्षों का सबसे बड़ा संकट है। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि उन्हें खुशी है कि प्रदेश में रेडक्राॅस के स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने अपील की है कि सभी रेडक्राॅस ईकाईयाँ पूरे समर्पण के साथ बिना रूके और बिना थके अपना योगदान देती रहें।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा है कि इस समय नियमित रूप से रक्तदान शिविरों का आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण है। संकट के समय में मरीजों के लिए रक्त की कमी नहीं होनी चाहिये। इसके साथ-साथ रेडक्राॅस ईकाईयाँ जरूरतमंदों की सहायता के लिए प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करें। स्वयं सेवा ही रेडक्राॅस की मूल आत्मा है।
डाॅ0 एम.एस अंसारी ने बताया कि भारतीय रेडक्राॅस समिति राज्य शाखा उत्तराखण्ड एवं इसके जनपदीय समितियों के द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम हेतु वर्तमान में 500 से अधिक स्वयं सेवक कार्य कर रहे हैं। रेडक्राॅस स्वयं सेवकों एवं सदस्यों द्वारा कोरोना वायरस के बचाव एवं रोकथाम हेतु जागरूकता परक अभियान, सामाजिक दूरी बनाये रखने, स्वैच्छिक रक्तदान, जिला प्रशासन द्वारा संचालित गतिविधियों सहित हेल्प डेस्क में सहयोग एवं राहत वितरण संबंधित कार्यों में निरन्तर सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रेडक्राॅस के द्वारा लाॅकडाउन अवधि में 30 हजार से अधिक मास्क, 8 हजार से अधिक ग्लब्ज, 5 हजार सेनिटाइजर, 2 हजार से अधिक पी.पी.ई किट, 8 सौ यूनिट से अधिक रक्तदा