देहरादून(अर्जुन सिंह भंडारी)- कोरोना संकट के बीच घरेलू विमान सेवाएं यात्रियों की कमी से जूझ रही हैं। कोरोना के चलते लोग यात्रा करने से कतरा रहे हैं। वहीं हॉटस्पॉट क्षेत्रों से आने वाले यात्रियों को सात दिन के इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन का डर सता रहा है। यही वजह है कि पंतनगर से संचालित होने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट को यात्रियों की कमी से जूझना पड़ रहा है। पंतनगर से दिल्ली और देहरादून जाने और वहां से यहां आने वाले यात्रियों की संख्या औसत से भी कम है।
कुछ एक दिन फ्लाइट मात्र एक से तीन यात्रियों तक को लेकर आई। जबकि एक दिन दिल्ली से ही फ्लाइट रद कर दी गई थी। पंतनगर से देहरादून और दिल्ली की एयर इंडिया की हवाई सेवाएं संचालित होती हैं।
यात्रियों की घटती संख्या के बीच आजकल दिल्ली और देहरादून की फ्लाइट को कंबांइड कर दिया गया है। दिल्ली से दून, दून से पंतनगर, पंतनगर से दून और दून से दिल्ली फ्लाइट जा रही है।
पंतनगर एयरपोर्ट में एयर इंडिया का 72 सीटर विमान आता है। लॉकडाउन से पहले औसतन विमान फुल कैपिसिटी में यात्रियों को लेकर आता था।
वहीं आजकल औसतन 15 से 20 पैसेंजर आ रहे हैं। इसका बड़ा कारण यहां आने पर यात्रियों को क्वारंटाइन करना माना जा रहा है। सात दिन तक इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन किया जा रहा है।
पर्यटन गतिविधियां हैं बंद कोरोना संकट के बीच पर्यटन गतिविधियां बंद हैं। इसके चलते भी हवाई यात्रा के लिए कम यात्री मिल रहे हैं। होटल कारोबार को खोल तो दिया गया है लेकिन पर्यटक नहीं आ रहे हैं। पर्यटन क्षेत्रों में जाने की अनुमति भी नहीं है।अधिकतर लोग दिल्ली से लौट चुके हैं दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच अधिकांश लोग अपने निजी वाहनों या अन्य विकल्पों से लौट चुके हैं। बड़ी संख्या ऐसे प्रवासी उत्तराखंडियों की है।
हवाई सेवाओं को काफी देर में खोला गया है। ऐसे में अब बहुत कम लोग ही हवाई सेवाओं का प्रयोग कर रहे हैं।
क्वारंटाइन किए जाने, खुद ही कोरोना को लेकर सेफ्टी को देखते हुए लोग हवाई सेवाओं का कम प्रयोग कर रहे हैं। जो यात्री आ रहे हैं उनकी जांच आदि की पूरी व्यवस्था है।
कई होटलों के बंद होने और गेस्ट को लेकर तमाम नियम और शर्तों को लेकर भी लोग कम आ रहे हैं। लॉकडाउन से पहले की अपेक्षा यात्री बहुत कम हैं। 72 सीटर विमान में इन दिनों औसतन 15 से 20 यात्री ही आना-जाना कर रहे हैं।