देहरादून, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी उत्तराखंड में प्राकृतिक संसाधनों, कृषि भूमि की असीमित ख़रीद की छूट देने वाले भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को डोईवाला सीट पर चुनौती देगी।
उपपा के देहरादून कार्यालय में आज हुई बैठक में डोईवाला सीट के प्रखर युवा नेता प्रतीक बहुगुणा ने उपपा में शामिल होने का फैसला लिया।
भंडारी भवन, रिस्पना पुल के पास पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में 14 फरवरी को होने वाले चुनावों पर हुए मंथन में उपपा के वरिष्ठ नेता कुलदीप मधवाल ने कहा कि जन संघर्षों की कोख से उपजी उपपा ने उत्तराखंड में पिछले 21 वर्षों में कांग्रेस भाजपा और उसमें शामिल कुछ क्षेत्रीय दलों के नेताओं की सरकारों में हुई ज़मीनों की बंदर बांट के खिलाफ संघर्ष की अगुवाई की है। अल्मोड़ा जिले के नानीसार, डांडाकांडा इसके बड़े उदाहरण हैं। लेकिन इन आंदोलनों के बावजूद भाजपा की त्रिवेंद्र सरकार ने पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि भूमि की असीमित ख़रीद की छूट का काला कानून लाकर राज्य की अवधारणा को खंडित कर दिया है।
पार्टी बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आज ज़मीनों की लूट की छूट देने वाले कांग्रेस भाजपा जैसे दल सत्ता हथियाने के लिए सशक्त भू कानून की बात कर रहे हैं।
उपपा नेताओं ने कहा कि राज्य की संघर्षशील ताकतों ने पर्वतीय क्षेत्र की जमीनें बचाने की मुहिम छेड़ रखी है। उपपा नेताओं ने इन जमीनों को बचाने के लिए दर्जनों झूठे मुकदमों का सामना किया है। ऐसे में भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री को पहाड़ की कृषि भूमि को लुटाने की छूट देने वाले मुख्यमंत्री को उनके चुनाव क्षेत्र से उनके कारनामों का भंडाफोड़ करना आवश्यक है।
बैठक में सीपी शर्मा, राजकुमार त्यागी, सत्यप्रकाश कंडवाल, पीयूष जोशी, अंथवाल समेत अन्य लोग मौजूद थे।