मकसद संस्था, भिकियासैण, जनपद अल्मोड़ा उत्तराखण्ड के तत्वाधान में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र प्रयागराज व संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति पर आधारित ‘‘पारम्परिक सांस्कृतिक उत्सव‘‘ का आयोजन दीपक डिवायन स्कूल, पीरूमदारा, रामनगर जनपद नैनीताल, उत्तराखण्ड में दिनांक 16 एवं 17 दिसम्बर 2023 को आयोजित किया गया। कार्यक्रम हेमा बिष्ट के निर्देशन में किया गया। उत्सव के मुख्य अतिथि श्री दीवान सिंह बिष्ट, माननीय विधायक,रामनगर तथा विशिष्ट अतिथि श्रीमती रेखा रावत, मा0 ब्लाक प्रमुख व अति विशिष्ट अतिथि श्री देवेन्द्र चैहान,पूर्व आई.ए.एस, श्री जशोद सिंह बिष्ट प्रबन्धक दीपक डिवायन स्कूल, श्री महिपाल सिंह रावत प्रधानाचार्य महोदय श्री दीपक डिवायन स्कूल, श्री मोहनसिंह रावत अध्यक्ष दीपक डिवायन स्कूल के कर कमलो द्वारा दीप प्रज्वलित कर पारम्परिक सांस्कृतिक उत्सव का उद्घाटन एवं सुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में डाॅ नीता तिवारी, उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा , श्री श्याम सिंह बिष्ट खण्ड शिक्षा अधिकारी, श्रीमती वंदना रावत, श्री इन्दर रावत सांसद प्रतिनिधि, श्री किशोरी लाल जिला पंचायत सदस्य,श्री जगमोहन सिंह बिष्ट, मा0 विधायक प्रतिनिधि श्री दिनेश महरा आदि की गरिमामयी उपस्थिति पारमपरिक सांस्कृतिक उत्सव में रही। कार्यक्रम 700 से अधिक स्कूल के छात्र छात्रांए, अभिभावक, शिक्षक गण, क्षेत्रीय प्रबुद्धजन एंव सम्मानित मातृ शक्ति उपस्थित रही।
संस्था के संरक्षक श्री मदन सिंह एवं सचिव श्रीमती हेमा बिष्ट द्वारा मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि तथा अति विशिष्ट अतिथियों व दीपक डिवायन स्कूल के प्रबन्धक एवं प्रधानाचार्य महोदय का अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर संरक्षक श्री मदन सिंह ने अतिथियों का स्वागत एवं अभिनन्द किया और कहा कि मकसद संस्था द्वारा 15 दिवसीय कार्यशाला के पश्चात दो दिवसीय पारम्परिक सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि महोदय ने कहा कि उत्तराखण्ड की संस्कृति एवं विरासत बहुत समृद्ध है, उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति के संरक्षण सर्वधन एवं विकास कार्य किया जाना जरूरी है हमें अपनी युवा पीढी को लोक संस्कृति, तीज त्योहारो, परम्पराओं, संस्कारों से जोड़ना जरूरी है। इस अवसर पर डिवायन पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य महोदय ने कहा कि हमारी संस्कृति सबसे प्राचीन संस्कृतियों एवं सभ्यताओं में से एक है जिसमें विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत शामिल है। पारम्परिक सांस्कृतिक उत्सव कार्यक्रम का संचालन श्री सुरेन्द्र राजेश्वरी वरिष्ठ लोक कलाकार उद्घोषक आकाशवाणी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम उत्तराखंड की पौराणिक धार्मिक गौरवमायी नंदा राजजात यात्रा की प्रस्तुति श्री गोपाल सिंह चम्याल के नृत्य निर्देशन एवं हेमा बिष्ट के संगीत निर्देशन में दी गयी। उसके उपरांत प्रख्यात लोक गायक आकाशवाणी श्री सुरेन्द्र राजेश्वरी द्वारा उत्तराखण्ड पारम्परिक लोक गीतों एवं न्योली, भगनौल, छपेली की श्रंखलाबद्ध तरीके से प्रस्तुति दी गई। तदोपरांत लोक गायक श्री सूरज कुमार द्वारा उत्तराखण्ड के कुमाऊॅनी गढवाली लोकगीत की प्रस्तुति दी गयी। संस्था द्वारा कुमाऊं मंडल की पारंपरिक लोक नृत्य झोड़ा छपेली की सुन्दर प्रस्तुति दी गयी। उसके उपरांत प्रसिद्ध लोकगायक कल्याण बोरा, पूरन पहाडी एवं लोक गायिका प्रियंका चम्याल द्वारा अपनी मखमली आवाज में लोकगीतों की सुन्दर प्रस्तुति दी। स्कूल के बालिकाओं द्वारा कुमाऊॅनी एवं गढवाली लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में वाद्य कलाकारों में आर्गन पर कल्याण बोरा, ढोलक पर पंकज कुमार मिंटू, इलेक्ट्रिक पैड पर मदन मोहन गुड्डू, हुड़का पर संगत दी पूरन पहाड़ी ने। नृत्य अभिनय मे मनीषा, भावना, महिमा, मीनाक्षी, चंदन लाल, किशन लाल, महेश आर्या, रवि कुमार, मनोज राहुल आदि कलाकारों ने प्रतिभाग किया। अंत में मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा कलाकारों को पुरस्कार वितरण किया गया। कार्यक्रम का समापन श्री जशोद सिंह बिष्ट प्रबन्धक महोदय द्वारा किया गया ।