प्रदेश की महिला कल्याण एवं बाल विकास, पशुपालन, भेड़ एवं बकरी पालन, चारा एवं चारागाह विकास एवं मत्स्य विकास राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती रेखा आर्या ने विधान सभा सभाकक्ष में मत्स्य विभाग की समीक्षा बैठक की गई।
श्रीमती रेखा आर्या ने कहा मत्स्य संरक्षण एवं संवर्धन से सम्बन्धित योजनाओं का लाभ लाभार्थियांे तक अनिवार्य रूप से पहुचे। इसके लिए बनाये गये मानकों का पालन अनिवार्य रूप से लाभर्थियों के चयन में पारदर्शिता बरतें।
उन्होंने कहा कि गढ़वाल मण्डल के सभी जनपदों में तालाबों के निर्माण हेतु जो बजट आवंटित किया गया है उसे समय पर व्यय करें। उन्होंने कहा कि आदर्श तालाब निर्माण के लिए 5 वर्ष पूर्व जो धनराशि आवंटित की जाती थी, वर्तमान समय उस धनराशि से तालाब निर्माण करना सम्भव नहीं है, इसलिए तालाब निर्माण के लिए निर्धारित धनराशि को बढाई जायेगी। वर्तमान समय में आदर्श निर्माण हेतु यह धनराशि 3 लाख है।
बैठक में कहा गया कि हमारे प्राकृतिक जल स्रोतों में पाये जाने वाले मत्स्य के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए टिहरी, पौड़ी एवं उत्तरकाशी जनपदों ने अच्छा कार्य किया है लेकिन जनपद हरिद्वार में आशा के अनुरूप कार्य नहीं हो पाया है। इसके लिए उन्होंने मत्स्य प्रभारी हरिद्वार को बजट खर्च करने और लाभार्थियों को इसका लाभ दिलाने के लिए कार्य करने के सन्दर्भ में निर्देश दिये।
बैठक में यह भी कहा गया कि जनपदों में कार्मिकों की कमी को दूर करने के लिए विभाग आउटसोर्स के माध्यम से शीघ्र कार्मिकों की व्यवस्था करेगा।
इस अवसर पर निदेशक मत्स्य डाॅ.बी.पी. मधवाल, संयुक्त निदेशक मत्स्य एच.के.पुरोहित, उप निदेेशक मत्स्य गढ़वाल मण्डल गणेश चन्द्र जोशी सहित गढवाल मण्डल के सभी जनपदों के मत्स्य प्रभारी मौजूद थे।