ऋषिकेश-अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में भर्ती वयोवृद्ध पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता पुरुषोत्तम असनोड़ा का हृदयाघात से निधन हो गया । उन्हें कुछ दिन पहले राज्य सरकार द्वारा हेली लिफ्ट करके एम्स ऋषििकेश लाया गया था। जहां पर हृदयरोग विभाग में उनके शरीर में दो शतप्रतिशत मेजर ब्लॉकेज पाए गए थे,एनजीओ प्लास्टी द्वारा चार स्टेंट डालकर ब्लॉकेज खोले गए, इसके बाद उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा था। आज दोपहर के भोजन के बाद अचानक हृदयाघात से उनका निधन हो गया।
राज्य आंदोलन में भी रहे शामिल, गैरसैंण के थे प्रबल पैरोकार
उत्तराखंड के सजग पत्रकारों की अगली पंक्ति मे शामिल गैरसैण निवासी वरिष्ठ पत्रकार पुरुषोत्तम असनोड़ा का देहावसान हो गया है लंबे समय तक दैनिक समाचार पत्रों में गैरसैण से बतौर रिपोर्टर उन्होंने काम किया साथ ही रीजनल रिपोर्टर के पत्रिका के वह संपादक थे । पुरुषोत्तम असनोड़ा पिछली 12 अप्रैल की सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें एयर लिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स में भर्ती किया गया था जहां आज सायं उनका निधन हो गया है ।
असनोड़ा राज्य आंदोलन के प्रमुख लोगों में शामिल रहे साथ ही वह गैरसैण के भी प्रबल पैरोकार थे । सोशल मीडिया में अपनी उम्र के पत्रकारों से कही ज्यादा सक्रिय रहने की वजह उनके चाहने वाले उनकी कमी लंबे समय तक महसूस करेंगे। उनका अवसान पत्रकारों और संघरशील लोगो के लिए अपूर्णीय क्षति है।
पत्रकार असनोड़ा का निधन राज्य के महान क्षति- धीरेंद्र प्रताप
उत्तराखंड के प्रसिद्ध पत्रकार और उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन कारी पुरुषोत्तम असनोड़ा के निधन को उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि यह राज्य की बड़ी क्षति है ।उन्होंने राज्य आंदोलन में बहुत बढ़ चढ़कर भाग लिया था। गैरसैण को राजधानी बनाने और उत्तराखंड के गांव को राज्य की राजनीति में केंद्र में लाने मै उनकी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका थी। धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि उनके निधन से राज्य ने एक बहुत ही विद्वान पत्रकार, लड़ाकू नेता और समाजसेवी खो दिया है।