हल्द्वानी

हल्द्वानी ! शवयात्रा में जा रहे लोगों के साथ कार चालक बाप बेटे ने कर दी शर्मनाक हरकत , भड़के लोगों ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा व उनकी कार में करदी तोड़फोड़,,,

हल्द्वानी-:- शवयात्रा जो कि अँतिम यात्रा होती है, और राह में जो भी लोग इस यात्रा को देखते है श्रद्धा से सिर झुकाते है और यात्रा को पहले रास्ता देते है । लेकिन यहाँ सिरफिरे बाप बेटे ने ऐसी घटीया हरकत कर दी जिससे  वे लोग भड़क गए।

दरअसल  शवयात्रा में जा रहे युवक को थप्पड़ जडऩे पर रविवार को बखेड़ा हो गया। शवयात्रा में शामिल लोगों ने महिला अस्पताल के सामने कार चालक, उसके बेटे को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। ओर उनकी कार में तोडफ़ोड़ की गई। मामला कोतवाली पहुंचा तो कोतवाल के व्यवहार पर लोग भड़क गए। उन्होंने अर्थी कोतवाली के गेट पर रख नारेबाजी की। जिससे पुलिस के हाथ पांव फूल गए।

गांधीनगर निवासी दारा सिंह का रविवार को निधन हो गया था। स्वजन व मोहल्ले के लोग दोपहर एक बजे उनकी अर्थी लेकर अंतिम संस्कार के लिए राजपुरा जा रहे थे। महिला अस्पताल के पास हरियाणा नंबर की कार सड़क पर खड़ी थी। मृतक के भतीजे शिवा ने कार को सड़क से हटाने को कहा तो कार चालक भड़क उठा। उसने शिवा को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद शवयात्रा में शामिल लोग भड़क गए।

उन्होंने कार में तोडफ़ोड़ कर कार सवार पिता-पुत्र को दौड़ा-दौड़ाकर पीट दिया। मामला कोतवाली पहुंचा तो कोतवाल धीरेंद्र चौधरी ने भीड़ को बाहर जाने को कह दिया। इससे लोग और भड़क गए। उन्होंने कोतवाल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। अर्थी गेट पर रखते ही पुलिस के हाथ पांव फूल गए। कुछ लोगों ने दोनों पक्षों को समझाकर आपस में वार्ता कराई। दो घंटे बाद हंगामा शांत हुआ। एएसपी हरबंस सिंह ने बताया कि हंगामा कर रहे लोगों को समझा दिया गया था। दोनों पक्षों में फिलहाल समझौता हो गया है। इस मामले की जांच कराई जाएगी।

पति की गलती पर पत्नी ने जोड़े हाथ

कार चालक ने बताया कि वह अल्मोड़ा का रहने वाला है। दिल्ली में एक कंपनी में नौकरी करता है। उसने बताया कि वह जरा सी बात में आपा खो गया। इधर, मारपीट व तोडफ़ोड़ के बाद कार चालक की पत्नी ने लोगों के सामने हाथ जोड़े। कोतवाली में भी पत्नी के माफी मांगने पर लोगों का आक्रोश थमा।

अगर कोतवाली में समझदार लोग  हंगामे कर रही भीड़ को नही समझाती तो हो सकता था बड़ा बिबाद  असल मे कोतवाली में भी ऐसा ही हुआ। जिसे थप्पड़ पड़े, उसी को पुलिस कर्मी डांटने लगे। इसके बाद क्या था, लोगों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल अर्थी कोतवाली में रखने की बात कह दी। गनीमत रही कि कुछ संभ्रांत लोग कोतवाली में मौजूद थे। नहीं तो माहौल बिगड़ सकता था।

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