देहरादून :- आज दिनांक: 05-10-23 को मेडिकल कैमिस्ट एसोसिएशन देहरादून के पदाधिकारियों द्वारा पुलिस कार्यालय देहरादून में एसएसपी देहरादून से सौहार्दपूर्ण वातावरण में भेंट की गई। इस दौरान उनके द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून से विगत दिनों मेडीकल स्टोरों पर नशे के विरुद्ध कुछ शिकायतों के आधार पर आकस्मिक चैकिंग के सम्बन्ध में जानकारी ली गई, जिसके सम्बन्ध में द्वारा अवगत कराया गया कि पिछले कुछ समय से पुलिस को नशे के आदी व्यक्तियों तथा अभिभावकों के माध्यम से युवाओं द्वारा अपने नशे की पूर्ति के लिये नशीले कैप्सूलों व दवाइंयों का इस्तेमाल किये जाने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, जो युवाओं को बिना किसी अधिकृत लाइसेंस के संचालित की जा रही दवाइयों की दुकानों से आसानी से उपलब्ध हो रही हैं। उक्त प्राप्त शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए देहरादून पुलिस द्वारा सभी मेडिकल शॉप्स पर संचालकों के लाइसेंस व सम्बन्धित व्यक्ति, जिसके द्वारा लोगों को दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं, की डिग्री सम्बन्धी दस्तावेज चैक किये गए। उक्त चेकिंग का उद्देश्य किसी का उत्पीडन करना न होकर अपितु ऐसे व्यक्तियों को, जो उक्त सम्मानित व्यवसाय की आड़ में समाज में नशे की प्रवर्ति को बढावा दे रहे हैं, को चिन्हित कर उन पर प्रभावी अंकुश लगाना था। पूर्व में भी ऐसे कई प्रकरण पुलिस के समक्ष आये हैं, जिसमें बिना किसी वैध लाइसेंस के संचालित की जा रही मेडिकल शॉप्स से पुलिस को भारी मात्रा में अवैध नशे के की गोलियां, कैप्सूल्स व इंजेक्शन बरामद हुए थे।
एसएसपी देहरादून द्वारा मेडीकल केमिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों से खुद भी ऐसे व्यक्तियों को, जो इस प्रकार के कृत्यों में लिप्त रहकर उक्त सम्मानित व्यवसाय को बदनाम कर रहे है, चिन्हित करते हुए उसकी सूचना पुलिस को उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में अवगत कराया गया, व गलत लोग जो बिना लाइसेंस के दुकान संचालित कर रहे हैं उनका संगठन में न रखने की हिदायत दी गई। पुलिस द्वारा ऐसे सभी मेडिकल शॉप जिनके द्वारा बिना लाइसेंस के दुकान संचालक व बिना लाइसेंसधारी व फार्मासिस्ट के दुकान संचालित की जा रही थी उनकी लिस्ट मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी को शेयर की गई है व ड्रग कंट्रोलर देहरादून को भी उक्त लिस्ट भेजी गई है। मेडीकल केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा नशा उन्मूलन में दून पुलिस को अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया गया व भविष्य में मिलकर कार्यवाही करने पर सहमति बनाई गई। प्रतिनिधिमंडल में श्री सिद्धार्थ अग्रवाल कार्यकारी अध्यक्ष दून उद्योग व्यापार मंडल व अध्यक्ष मेडिकल केमिस्ट एसोसिएशन श्री नवीन खुराना, महासचिव, अरविंद तयाल, कोषाध्यक्ष कपिल बंसल, संरक्षक सुधीर जैन, पूर्व अध्यक्ष नवनीत मल्होत्रा, उपाध्यक्ष जितेंद्र मित्तल, सह सचिव पुनीत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष संजय बंसल, कार्यकारी सदस्य प्रवीण कुमार जैन, भुपाल गुलाटी, लोकेश शर्मा, अमित सूरी, त्रिलोक संजय अग्रवाल, ईश्वर दयाल, प्रवीण गुप्ता, पुनीत अग्रवाल, राजेश जैन, बलवीर रावत, रवि अरोड़ा योगेंद्र कुमार, अनिल सिंह आदेश उनियाल, संजय मेहंदीरत्ता, अंकित अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
प्रेस विज्ञप्ति
भारतीय जनता पार्टी, महानगर अध्यक्ष एवं दोनों दून उद्योग व्यापार मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल के नेतृत्व में केमिस्ट एसोसिएसन देहरादून महानगर पंजीकृत के पदाधिकारियों का प्रतिनिधिमण्डल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून श्री अजय सिंह
आज दिनांक 5 अक्टूबर, 2023 को भारतीय जनता पार्टी, महानगर अध्यक्ष एवं दोनों दून उद्योग व्यापार मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल के नेतृत्व में केमिस्ट एसोसिएसन देहरादून महानगर पंजीकृत के पदाधिकारियों का प्रतिनिधिमण्डल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून श्री अजय सिंह जी से मिला।
प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने अभी हाल ही में पुलिस विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारियों द्वारा देहरादून के खुदरा दवा व्यवस्थाओं के उत्पीड़न के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से विस्तृत चर्चा की।
भेंट वार्त्ता के दौरान् संगठन के अध्यक्ष श्री नवीन खुराना ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को बताया कि 30 सितंबर, 2023 को देहरादून के लगभग 430 मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण पुलिस विभाग द्वारा किया गया और आश्चर्य की बात है की दवा दुकानों का निरीक्षण औषधि निरीक्षक की अनुपस्थिति में किया गया जो औषधि एवं प्रधान अधिनियम के प्रावधान के विरुद्ध है। सभी दवा व्यापारी ड्रग एवं कॉस्मेटिक अधिनियम के अंतर्गत हैं व उनके द्वारा जारी लाइसेंस के पश्चात ही दवाई का क्रय विक्रय करते हैं।
उन्हौंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया कि अगर पुलिस विभाग के पास कोई ऐसी दवा की सूची है जिसको दवा विक्रेता नहीं बेच सकते तो कृपया उक्त सूची हमको उपलब्ध करवाई जाए ताकि उसके बाद किसी भी आपत्ति वाली दवा का क्रय विक्रय दवा विक्रेता द्वारा नहीं किया जाएगा।
संगठन के महासचिव श्री अरविंद तायल जी ने बताया की दवा विक्रेताओं को दुकान के निरीक्षण से कोई भी आपत्ति नहीं है अगर दवा कानून के प्रावधानों का पालन किया जाए तथा दवा निरीक्षक की देखरेख में ही दवा का क्रय विक्रय हमारे दवा विक्रेता द्वारा नहीं किया जायेगा। यहां अंकित करता है की जांच व निरीक्षक सिर्फ और सिर्फ दवा विक्रेताओं के प्रताड़ना एवं उत्पीड़न के लिए किया जा रहा है।उन्हौंने बताया कि पुलिस विभाग उक्त कार्यवाही माननीय उच्चतम न्यायालय के क्रिमिनल अपील संख्या 200/ 2020 में पारित आदेश की अवमानना है ।
दून उद्योग व्यापार मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने बताया संगठन द्वारा लिखित ज्ञापन में संलग्न छायाप्रति जिसमें कि उत्तराखंड पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था के आदेश संख्या डीजी- अपराध-214/2022 दिनांक 15 साल 2022 का जिक्र किया गया है जिसमें गढ़वाल एवं कुमाऊं परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षकों को माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा पारित उक्त आदेश का अनुपालन सुनिश्चित किए जाने हेतु निर्देशित करते हुए अवगत कराया गया है की औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम 1940 की धारा 32(1) के अनुसार अधिनियम में वर्णित अपराधों में कार्रवाई हेतु औषधि निरीक्षक ही सक्षम है। तथा पुलिस अधिकारियों को इस अधिनियम के अंतर्गत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने अन्वेषण करने, गिरफ्तारी करने व आयोजन संस्थित करने की कोई शक्तियां प्राप्त नहीं हैं।
सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून से यह आह्वान किया कि अगर किसी भी दवा विक्रेता द्वारा अवैद्य एवं अनैतिक दवा का कारोबार किया जा रहा है तो उस पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई आवश्यक की जानी चाहिए।
मगर अधिनियम के विरुद्ध इस प्रकार की कार्यवाही पुलिस द्वारा की जाएगी तो संगठन व उसके सदस्य तथा समस्त दवा विक्रेता इसका पुरजोर विरोध करेंगे और स्वत: ही अपनी दुकान बंद कर देंगे। श्री अग्रवाल ने बताया की दवा विक्रेता सिर्फ व्यापार नहीं करता वह समाज की सेवा भी करता है इनका संगठन व इसके सभी सदस्य सामाजिक में सदैव कार्य करते हैं और समाज सेवा के लिए हमेशा अग्रिम पायदान में खड़े रहते हैं।
अंत में समस्त प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया कि इस मामले की जांच करवाकर दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई की जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में नियम वृद्धि किसी प्रकार की कार्रवाई दवा विक्रेताओं के विरुद्ध ना की जाए।
दून उद्योग व्यापार मंडल के महासचिव सुनील मैसोंन ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा दवा की दुकानों की जांच पड़ताल से सभी दवा विक्रेताओं की छवि धूमिल हो जाती है साथ ही सुनील मेसोंन ने कहा कि व्यापारी अपनी जिम्मेदारी समझता है और सदैव से पुलिस प्रशासन के साथ हमारे प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह जी ने बैठक पश्चात कहा कि हम सब का लक्ष्य देहरादून को नशा मुक्त करना है और हमारी मनसा किसी भी व्यापारी वर्ग व कैनिस्ट दुकानदार को परेशान करने की नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि केमिस्टों की आड़ में कुछ ऐसे लोग हो सकते हैं कि जो आपत्तिजनक दवाईयों का क्रय विक्रय कर रहै हों ऐसे लोगों को उन्हौंने सख्त चेतावनी दी है। अंत में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने यह भी माना कि हो सकता है अभियान के चलते कुछ सही लोगों पर कार्रवाई हुई हो।