पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर ब्लॉक में तीन चार साल से अजीब सा जानबर रात को ही गोशालाओं के छत पर चढ़कर पटालो को हटाकर घर मे बंधे मवेशियों को मार डालता है । हर साल इस मौसम में यह जंगली जानवर सक्रिय हो जाता है। यह इतना बुद्धिमान जानबर है कि घरेलू मवेशियों के लिए बनाये गोसालो के छत तोड़कर अंदर पहुंचकर मवेशियों के मुलायम भाग जैसे कंधों ओर पुष्ट भाग को ही खा जाता है । यह जानवर जो शायद भालू प्रजाति का है । इस जानवर ने जंगल में अपनी गुफा टाईप घर बनाकर रह रहा हैं क्षेत्र के जागरूक लोग आज घने जंगलो में उस जानवर की खोज में गए थे । उन्होंने उसकी गुफा जैसा ठिकाना ढूंढ निकाला ।
युवा सामाजिक कार्यकर्ता
विपिन पेटवाल जी का कहना है कि इस प्रकरण में सरकार की उदासीनता ओर वन विभाग की लापरवाही यह बताने क़े लिऐ काफी हैं की राज्य में नागरिकों की कोई सुनवाई नहीं हैं । वन विभाग को हर साल इस जानवर की शिकायत की जाती है। परंतु वन विभाग खानापूर्ति के अलावा कुछ नही करते।
यमकेस्वर मे यह खुंखार जानवर गत तीन चार सालों से ईस कदर सक्रिय है कि सैकडो मवेशियों को गौशाला की छतों को तोडकर अपना निवाला बना चुका है ये जानवर रात को अचानक आक्रमण कर जानवरों को निवाला बनाता है इससे क्षेत्र के नागरिकों मे भय व्याप्त है आजकल ये जानवर फिर सक्रिय है लेकिन विभाग को जानकारी होने के बाद भी वो ईस जानवर का पता लगाने के लिये उत्सुक नही है विभाग के उदासीन रव्वैये के चलते आज तक ना तो ये जानवर पकडा गया व ना ही पिडितों को गौशाला व मवेशियों का उचित मुवावजा दिया गया लोग घरों मे कैद होने को मजबुर हैं
क्षेत्र पंचायत बूंगा के नागरिकों ने मुझे क्षेत्र मे ईस जानवर की उपस्थिति के संकेद दिये जो क्षेत्र पंचायत बूंगा व क्षेत्र पंचायत फल्दाकोट की सीमा से लगे सिंदुडी गांव के बीहड जंगलों मे बताया गया आज क्षेत्र
के समाजिक व राजनितिक प्रतिनिधि जो निरंतर ईस जानवर से निपटने के लिये सरकार से गुहार लगा रहे हैं
विभाग की अनदेखी के चलते ईस जानवर के आसियाने की तलास मे सुबह आठ बजे जंगलों की ओर चले जिनमें युकेडी के वरिष्ठ नेता शांति भट्ट जी जिला पंचायत भादसी क्रांति कपरुवांण छेत्र पंचायत सदस्य सुदेश भट्ट जी सामाजिक कार्य कर्ता सीपी भट्ट जी महिपाल पयाल जी विरेंद्र नेगी जी व युवा विपिन पेटवाल इस टीम में शामिल थे कडी मशक्कत के बाद हम ईस जानवर के आसियाने तक पहुंच गये व ईसे खोज निकाला
जिसे खोजने मे विभाग अभी तक निष्क्रिय साबित हुवा है क्षेत्र वाशी प्रसासन से निवेदन करते है कि विभागीय अधिकारियों को निर्देशित कर ईस जानवर को मारने या पकडवाने का आदेश जारी करे व पिडितों को शीघ्र ही मुवावजा दिलवायें अन्यथा क्षेत्र की जनता के कोप भाजन का सामना करने को तैय्यार रहें व यदि आज के बाद क्षेत्र मे ईस दिशा मे कोई उचित कार्यवाही नही होती ओर खुंखार जानवर द्वारा फिर गरीबों की छतों व मवेशियों को निशाना बनाया जाता है तो पुरी जिम्मेवारी साशन प्रशासन की होगी यदि आपके निकम्मे व निठल्ले विभागीय कर्मचारी ईस समस्या से निपटने मे सक्षम नही तो ग्रामीणों को आत्म रक्षा के लिये खुली छुट दी जाय इस अज्ञात जानवर द्वारा गॉव के मवेशियों को अपना शिकार बनाया जा रहा है, यह जानवर पिछले तीन चार साल से इस तरह की घटना को अंजाम दे रहा है, जिस कारण क्षेत्र के निवासी दहशत में जी रहे हैं। आज दोपहर में बूंगा गॉव के आसपास के घसेरियों ने बताया कि जंगल में अज्ञात जानवर द्वारा घास का एक घर बनाया हुआ है,अहम बात यह है कि यह जानवर जो क्षेत्र में लोगों की आय और जीविका का मुख्य साधन गाय को मार कर उन्हें अपना निवाला बना रहा है। फल्दाकोट, बिनक, तौलसारी, बूंगा आदि गॉव में मवेशियों को रात में छानी से पटाल निकालकर अंदर घूसता है और कंधे के ऊपर से मांस को अपने नाखूनों से उधेड रहा है, लोगों को मवेशियों के साथ अपना जीवन भी संकटमय लग रहा है, जिस कारण लोग सूरज ढलने के बाद घर से बाहर निकलने से भी डर रहे हैं। इस संबंध में क्षेत्रीय जागरूक लोगों ने वन विभाग को सूचित भी किया लेकिन अभी तक इस अज्ञात जानवर का पता लगाने की कोशिश तक नहीं की है।