राजकीय महाविद्यालय भत्रोंजखान में उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यशाला तीसरे दिन का शुभारंभ माननीय प्राचार्य प्रो सीमा श्रीवास्तव एवम नोडल अधिकारी डॉ केतकी तारा कुमैय्यां के नेतृत्व में हुआ।
EDP Day 3 Highlights
नवाचारी: कूलर की घास उत्तराखंड में ही बने
राजकीय महाविद्यालय भत्रोंजखान में उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यशाला तीसरे दिन का शुभारंभ माननीय प्राचार्य प्रो सीमा श्रीवास्तव एवम नोडल अधिकारी डॉ केतकी तारा कुमैय्यां के नेतृत्व में हुआ।
आज के दिवस का विषय मार्केट सर्वेक्षण रहा जिसमे कार्यक्रम अध्यक्ष श्री पंकज पांडे द्वारा मार्केट शब्द की चर्चा करते हुए मार्केट ट्रेंड मार्केट रिसर्च एवम सर्वेक्षण की बारीकियों की चर्चा की। साथ ही उन्होंने उद्यमियों के लिए समावेशक संस्था जिला उद्यम केंद्र के बारे में गहन जानकारी दी जो की हर प्रकार की तकनीकी एवम वित्तीय सहायता देती है
इसी के साथ आज हमारे मध्य भिकियासेन्न से श्री एवम श्रीमती भगवत बिष्ट जुड़े जिन्होंने उनके द्वारा संचालित होमस्टे पर अपने विचार रखे। बताया गया की की इसका लाभ वीर चंद्र गढ़वाली योजना के अंतर्गत या फिर पर्यटन विभाग में पंजीकरण कर 35% सब्सिडी प्राप्त किया जा सकता है। वही उन्होंने मार्केट सर्वेक्षण को अपना आधार बनाते हुए बताया कि अपने ग्राहकों में उन्होंने सेवानिवृत लोगो को चुना। आगे बताते हुए उन तक पहुंचने के लिए उन्होंने मार्केट रिसर्च का सहारा लेकर 10000 सेवानिवृत लोगो की फेरिश्त तैयार कर उनसे संपर्क कर अपने होमस्टे बिजनेस के बारे में बताया तथा पहली बार रहने के लिए उन्होंने 1 हफ्ते का निशुल्क प्रवास का प्रावधान रखा ताकि उनका मास बेस बना रहे। आज वे इसी होमस्टे से 50000 की मासिक आय का उपभोग कर रहे है।
इसी के साथ उन्होंने एक उन्होंने अनछुआ एवम अदभुत बिजनेस आइडिया साझा करा जिस पर उत्तराखंड में कही काम नहीं शुरू हुआ। उनके द्वारा अवगत कराया की गया की कूलर की घास चीड़ के पेड़ से बनती है और ये चीड़ के पेड़ उत्तराखंड से राजस्थान भेजे जाते है। यदि यही चीड़ के पेड़ों से कूलर की घास उत्तराखंड ही में बनने लगे तो यह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है स्वरोजगार में तथा उत्तराखंड को आर्थिकी को भी मजबूती से सकता है।