उत्तरकाशी, 11 सितंबर :- सरकार के बड़े बड़े दावों की पोल खोलती यह खबर, आज पहाड़ो पर जीना दूभर हो गया है। कहि जंगली जानवरों का कहर, कहि आसमानी मौसम का कहर, रही सही कसर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से लोग परेशानी में जीवन यापन कर रहे है, समय पर उचित इलाज न मिलना सबसे बड़ी समस्या है,
पहाड़ों के अस्पताल सिर्फ रेफर सेंटर तक सीमित रह गए हैं। गर्भवती महिलाएं आए दिन रास्ते में ही दम तोड़ रही हैं। 25 वर्षीय सुमना देवी ग्राम स्याबा को 9 सितंबर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बुखार के साथ महिला के दोनों फेफड़े सही से कार्य नही कर रहे थे। इसलिए उसे देहरादून रेफर कर दिया गया।
जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉक्टर सुबेग ने बताया कि महिला की हालत गंभीर थी। इसलिए उसे देहरादून रेफर किया गया। बताया गया है कि महिला ने डुंडा के आसपास दम तोड़ दिया। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई।