भारत में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है और हर दिन संक्रमितों की संख्या नए रिकॉर्ड तोड़ रही है। देश में कुल कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या 3 लाख के पार पहुंच गई है और अब भारत दुनिया में कोरोना वायरस से प्रभावित चौथा देश बन गया है। ऐसे में खबरें आ रही है कि भारत में फिर से लॉकडाउन किया जा सकता है।
देश में कोरोना मरीजों की ज़बरदस्त बढ़ोतरी होने से पीएमओ में हलचल होने लगी है। गृहमंत्री अमित शाह भी बैठकों पर बैठक कर रहे हैं। ऐसे में फिर से केंद्र सरकार कोरोना को लेकर चौकन्नी हो गई है।
प्रधानमंत्री मोदी दो दिन 16-17 जून को सभी मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे। 16 जून को पीएम मोदी उन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे, जहाँ कोरोना संक्रमण की दर काफी धीमी है और मरीज तेजी से सही हो रहे हैं। इसी दिन पंजाब, ,केरल, असम उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, गोवा, मणिपुर, नागालैंड, मेघायल, पुडुचेरी, सिक्किम अरुणाचल प्रदेश मुख्यमंत्रियों से भी प्रधानमंत्री मोदी की चर्चा होगी। इस दिन पीएम मोदी उन राज्यों के साथ चर्चा करेंगे जहाँ जहां कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार काफी ज्यादा है। इन राज्यों में महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात और राजस्थान आदि शामिल है।
सभी मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों की राय लेंगे और उस आधार पर ये फैसला लिया जाएगा कि लॉकडाउन लगाना है या नहीं। ये भी कहा जा रहा है कि एक बार फिर से 2 हफ्ते का लॉकडाउन लगाया जा सकता है। मतलब अगर कोरोना संक्रमण के यही हालात रहे तो 20 जून के आस पास लॉक डाउन लगने की प्रबल संभावनाएं दिखाई दे रही है।
कुछ दिन पहले तक हम इटली, स्पेन, अमेरिका जैसे देशों में कोरोना वायरस एक बड़ी मुसीबत बन गया है, और कैसे इन देशों के लोगों को इलाज तक नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में भारत में भी काफी भयावह स्तिथि पैदा हो सकती है।
दिल्ली में हालात पहले से बेहद खराब है। वहां कुछ लोगों को इलाज ना होने के कारण उनकी मौत हो रही है। मरीजों को बेड तक नसीब नहीं हो रहे हैं।