उत्तराखंड राज्य कैडर के वरिष्ठ IAS अफसर आर मीनाक्षी सुंदरम का काम बढ़ चढ़कर बोल रहा हैं। इतना ही नहीं उनके काम ने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई हैं। उनके सुझबुझ से ही पशुपालन सेक्टर में राज्य को पूरे देश में एक नई पहचान मिली है। उत्तराखंड देश के टॉप फाइव राज्यों में शामिल हो गया है। इससे पहले सहकारिता सेक्टर में नेशनल डेवलपमेंट कार्पोरेशन से 3500 करोड़ का प्रोजेक्ट स्वीकृत कराने में उनकी अहम भूमिका रही। इस प्रोजेक्ट से केंद्र इस कदर प्रभावित हुआ कि पूरे देश में उत्तराखंड मॉडल पर एनसीडीसी प्रोजेक्ट तैयार हुए। असम ने तो अपने यहाँ NCDC project पर उत्तराखंड सरकार की सहायता भी ली।
कृत्रिम गर्भाधान के जरिए पशुओं की उन्नत नस्ल तैयार करने और पशुपालन सेक्टर में बेहतर काम करने वाले टॉप फाइव स्टेट की घोषणा केंद्र सरकार ने की। इसमें उत्तराखंड को भी स्थान मिला है। देश में पशुपालन सेक्टर को मजबूती देने और पशुओं की उन्नत नस्ल तैयार करने को केंद्र सरकार ने नैप सैकेंड प्रोजेक्ट लांच किया। इस प्रोजेक्ट में उत्तराखंड ने यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों को पछाड़ते हुए टॉप फाइव स्टेट में जगह बनाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में उत्तराखंड के प्रयासों को केंद्र सरकार ने सराहा। केंद्रीय पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के जारी आंकड़ों में तेलंगाना, कर्नाटक, राजस्थान, पंजाब के साथ उत्तराखंड को टॉप फाइव स्टेट में शामिल किया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में कृत्रिम गर्भाधान को लेकर उत्तराखंड ने बेहतर काम किया है। अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इससे राज्य में पशुओं की नस्ल सुधार की दिशा में बड़ा काम हुआ है। राज्य के पशुपालकों को आने वाले समय में इसका बड़ा लाभ मिलेगा। आस्ट्रेलिया से मेरिनो भेड़ लाकर उन्हें पहाड़ों में पाला जा रहा है। मेरिनो भेड़ की नस्ल को राज्य में भी बढ़ावा दिया जा रहा है।