आज दिनांक 13-जून को उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी मंच द्बारा उत्तराखंड देवभूमि की आवाज व प्रसिद्ध लोकगायक श्री हीरा सिंह राणा जी के अचानक हुए निधन पर शोक व्यक्त श्रद्धांजली अर्पित की।
हीरा सिंह राणा जी के निधन की सूचना से सभी ने गहरा दुःख प्रकट किया , प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने कहा की वह राज्य आन्दोलन मेँ अपने गीतों औऱ विचारों औऱ गोष्ठियों से लागातार धार देते रहे औऱ उनके निधन से हमारी एक विरासत ईश्वर ने हमसे छीन ली।
मंच ने सभी राज्य वासियों की ओर से स्वर्गीय राणा जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
अभी हाल ही मेँ दिल्ली सरकार द्बारा फरवरी 2020 में भारत सरकार संगीत नाटक अकादमी ने उन्हें अकादमी का सलाहकार नियुक्त किया था।
राज्य आन्दोलनकारी मंच के अधिकतर सदस्यों की अंतिम मुलाकात औऱ एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम जो जनगीत गायक जयदीप सकलानी के कार्यक्रम , देहरादून नगर निगम प्रेक्षागृह मेँ ही हुई थी …वहां उन्होने उत्तराखण्ड की पीड़ा को रखा था कि राज्य की जो परिकल्पना थी वह क्यों साकार नहीं हो पा रही है़ फिर चाहे वह राजधानी गैरसैण का ही सवाल क्यों ना हो ..!
राणा जी सादा जीवन उच्च विचार औऱ अपनी संस्कृति व उत्तराखण्ड के लिए हमेशा चिंतित रहने के लिए हमेशा बेबाक बोलने वाले प्रसिद्द लॉक गायक हमारे देवभूमि की आन बान शान हमेशा दिलो मेँ रहेंगे ,औऱ आपकी गायकी विचार औऱ भावना सदा अमर रहेंगे।
श्रद्धांजली अर्पित करने वालों मेँ मुख्यतः ओमी उनियाल , जगमोहन सिंह नेगी , रामलाल खंडूड़ी , प्रदीप कुकरेती , प्रभात डड्रियाल , केशव उनियाल , वेदानन्द कोठारी , मोहन खत्री , जयदीप सकलानी , , हरजिंदर सिंह , शिवानंद चमोली , सुरेश नेगी , विनोद असवाल , मोहन रावत , सत्येन्द्र नोगाई , विरेन्द्र सकलानी , राकेश नौटियाल व कलम गुसाईं आदि रहे …
प्रदीप कुकरेती ,
जिला अध्यक्ष ,
उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी मंच , देहरादून।